13.04.2024 : नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड द्वारा दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए तैयार किये गये ‘टेक्टाईल ग्राफिक एटलस’ का विमोचन
नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड द्वारा दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए तैयार किये गये ‘टेक्टाईल ग्राफिक एटलस’ का विमोचन। 13 अप्रैल 2024
डॉ. विमल कुमार डेंगला, कार्यवाहक मानद महासचिव, नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड
श्री हरेन्द्र कुमार मलिक, मानद सचिव
श्रीमती पल्लवी कदम, कार्यकारी निदेशक
‘नैब’ के डोनर्स तथा शुभचिंतक
राजभवन में आप सभी का मै हार्दिक स्वागत करता हूं।
मुझे यह जानकर बेहद खुशी हुई कि नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड ने टैक्टाइल ग्राफिक एटलस तैयार किया है।
यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि है और दिव्यांग व्यक्तियों के लिए समावेशिता और पहुंच की दिशा में एक ठोस कदम है।
मुझे बताया गया है कि एटलस में भारत और महाराष्ट्र के मानचित्रों का एक संग्रह है, जिसमें ब्रेल टैक्टाइल मानचित्रों के साथ-साथ उभरा हुआ प्रिंट भी शामिल है।
एटलस के माध्यम से दृष्टिबाधित पाठकों को महाद्वीपों, देशों, महासागरों, समुद्रों, अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय सीमाओं, द्वीपों आदि की सटीक जानकारी होगी।
जीवशास्त्र, भूगोल, गणित आदि विषयों के विभिन्न प्रकार के स्पर्श मानचित्र भी वे समझ पायेंगे।
मुझे विश्वास है कि उभरी हुई रूपरेखा के कारण, सभी को टैक्टाइल एटलस का उपयोग करके मानचित्र, आरेख और आंकड़े और चार्ट, गणितीय आंकड़े आदि समझाने में सहायता होगी।
दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए टैक्टाइल ग्राफिक एटलस तैयार करने के लिए मै एसोसिएशन को, और विशेष रूप से, डॉ. विमल कुमार डेंगला जी को बधाई देता हूं।
मुझे खुशी है कि लिबर्टी इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड ने दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए टैक्टाइल ग्राफिक एटलस बनाने में सहयोग किया है। वे भी हमारे अभिनंदन के पात्र है।
कार्यभार संभालने के बाद, पिछले 14 महीनों के दौरान, मैं ‘नैब’ के सदस्यों और पदाधिकारियों से चार से पांच बार मिल चुका हूं।
जैसा कि आप जानते हैं, वर्ष 2016 में दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकार विधेयक का मसौदा तैयार किया था, उस समिति का मैं अध्यक्ष था।
आप से मिलकर मुझे दिव्यांग सशक्तिकरण के क्षेत्र में क्या नई बातें हो रही है, यह जानने में मदद मिलती है।
आप दृष्टिबाधित व्यक्तियों की शिक्षा, पुनर्वास और प्रशिक्षण के लिए सराहनीय कार्य कर रहे हैं। इसे और बढ़ाने की जरूरत है।
जानकर खुशी हुई कि NAB ने ‘ब्रेलो 300’ ब्रेल प्रिंटर खरीदा है।
जिसकी सहायता से ब्रेल पाठ्य पुस्तकें, ब्रेल वोटिंग कार्ड और ब्रेल मतदाता पर्ची मुद्रित करने में मदद मिलेगी। ये वाकई सराहनीय है।
हम तकनीकी क्रांति के युग में रहते हैं।
हर दिन नये-नये विकास हो रहे हैं। कुछ कौशल पुराने होते जा रहे हैं।
यह बहुत संभव है कि कुछ कौशल जो आज हम दिव्यांग व्यक्तियों को प्रदान कर रहे हैं, आने वाले वर्षों में अनावश्यक हो जाएंगे।
इसलिये हमें दृष्टिबाधित बच्चों और युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स कौशल के मामले में सबसे आगे रखने के लिए प्रौद्योगिकी की शक्ति का उपयोग करना चाहिए।
इससे उन्हें अच्छी आय अर्जित करने में मदद मिलेगी।
‘विकसित भारत’ का लक्ष्य तभी प्राप्त होगा, जब हमारे सभी दिव्यांग व्यक्ति राष्ट्र की सामाजिक आर्थिक प्रगति में योगदान करने में सक्षम होंगे।
मैं कामना और आशा करता हूं कि NAB इंडिया भविष्य में भी अपना सराहनीय कार्य जारी रखेगा।
यह दिव्यांग व्यक्तियों के कल्याण के लिए काम करने वाले विभिन्न सामाजिक संगठनों के लिए भी एक उदाहरण बनेगा।
मैं आपको बताना चाहता हूं कि राजभवन के द्वार आप सभी के लिए सदैव खुले है और रहेंगे।
धन्यवाद।