25.06.2024 : सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित सिम्बायोसिस इंटरनेशनल कल्चरल सेंटर के अंतर्राष्ट्रीय छात्र दीक्षांत समारोह
सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित सिम्बायोसिस इंटरनेशनल कल्चरल सेंटर के अंतर्राष्ट्रीय छात्र दीक्षांत समारोह। 25 जून 2024
प्रोफ़ेसर (डॉ.) एस बी मुजुमदार, संस्थापक और अध्यक्ष, सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी,
डॉ. श्रीमती विद्या येरवडेकर, प्रो – चांसलर
डॉ. राजीव येरवडेकर, प्रोवोस्ट
डॉ. रामकृष्णन रमण, कुलपति
मिस्टर बाबूकर सेक्का, प्रेसिडेंट, सिम्बायोसिस इंटरनेशनल स्टूडेंट्स काउंसिल
सिम्बायोसिस संस्थानों के डीन, निदेशक और प्रमुख,
आमंत्रित
अध्यापक
प्रिय स्नातक छात्र,
तथा ऑनलाइन से जुडे अभिभावक
सिम्बायोसिस इंटरनेशनल (डीम्ड यूनिवर्सिटी) द्वारा आयोजित सिम्बायोसिस इंटरनेशनल कल्चरल सेंटर के अंतर्राष्ट्रीय छात्र दीक्षांत समारोह 2024 में आपके बीच आकर प्रसन्नता हो रही है।
महाराष्ट्र में 28 राज्य-समर्थित विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति के रूप में, मैं अक्सर राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोहों में भाग लेता हूँ। लेकिन, मैं यह जरूर कहना चाहूंगा कि आप का यह एक अनूठा दीक्षांत समारोह है।
मुझे ज्ञात हुआ है कि आज एशिया, अफ्रीका और अन्य महाद्वीपों से आये विभिन्न देशों के छात्र छात्राएं अपनी डिग्री हासिल करके उच्च शिक्षा और करियर के अगले मुकाम पर जा रहे हैं।
आज डिग्री प्राप्त करने वाले प्रत्येक स्नातक छात्र छात्राओं को उनके उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए मैं हार्दिक बधाई देता हूं।
यह दिन विशेष रूप से आपके माता-पिता और भाई – बहनो के लिए गर्व का दिन है। आपका भविष्य बेहतर हो इस उद्देश्य से उन्होंने अपना वर्तमान आप में निवेश किया है।
कुछ माता-पिता ऐसे भी हो सकते हैं जिन्होंने आपको शिक्षित करने में अपने जीवन की पूरी कमाई लगा दी हो।
इसलिये, भले ही वे आज हमसे हजारों मील दूर रहते हों, यह दिन उनका भी है। आइए हम उन्हें एक पल के लिये याद करते है और हृदय से धन्यवाद देते है।
मुझे यहां बड़ी संख्या में महिला स्नातकों को देखकर गर्व हो रहा है। मैं कामना और आशा करता हूं कि आने वाले वर्षों में उच्च अध्ययन और अनुसंधान के लिए भारत आने वाली छात्राओं की संख्या में और भी वृद्धि होगी। सभी महिला स्नातकों को मेरी विशेष बधाई।
ग्रेज्युएशन के वर्ष, जीवन के सबसे अच्छे और यादगार वर्ष होते हैं। मुझे विश्वास है कि भारत में, इस सुंदर पुणे शहर में, तथा अपने दोस्तों के साथ, सिम्बायोसिस कैम्पस के भीतर तथा बाहर बिताए गए बेहतरीन पलों को आप अनेक वर्षो तक याद रखेंगे।
यहाँ बनाए गए दोस्त खुशी और दुख के क्षणों में जीवन भर आपके साथ रहेंगे।
प्रिय मित्रों,
मैं इस अवसर पर सिम्बायोसिस के कुलाधिपति और अध्यक्ष डॉ. S.B. मुजुमदार, प्र-कुलाधिपति श्रीमती विद्या येरवडेकर, प्रोवोस्ट, कुलपति तथा अध्यापक सदस्यों, कर्मचारियों, गणमान्य आमंत्रितों और अभिभावकों को भी बधाई देना चाहता हूँ।
लगभग पांच दशक पहले, अपनी स्थापना के बाद से, सिम्बायोसिस देश के बेहतरीन शैक्षणिक संस्थान के रूप में उभरा है।
डॉ. मुजुमदार स्वयं 2 दशकों तक बॉटनी के प्रोफेसर रहे है। उनके द्वारा रोपा और पोषित किया गया ‘सिम्बायोसिस’ का पौधा आज एक विशाल वृक्ष के रूप में विकसित हो गया है। इस वृक्षकी छाया के नीचे बैठे सभी छात्रो को यह वृक्ष ज्ञान प्रदान करता आया है।
भारतीय शास्त्रों में ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ अर्थात ‘पूरा विश्व एक परिवार की तरह है’ – यह महान अवधारणा की बात की गई है। ‘सिम्बायोसिस’ शिक्षा संस्थान इस कहावत का एक शानदार उदाहरण है।
मैं डॉ. मुजुमदार की सराहना करता हूं। अगले महिने वें 90 वें वर्ष में पदार्पण कर रहे है। मैं चाहता हूं कि आप भी मेरे साथ मिलकर उन्हें उनके 90 वें जन्मदिन पर अपनी शुभकामनाएं दें।
प्रिय मित्रों,
सिम्बायोसिस जैसे विश्वविद्यालय में अध्ययन करने से व्यक्ति को वैश्विक अनुभव प्राप्त होता है। यहां पर ज्ञान, अंतर्दृष्टि और कौशल प्राप्त करने के अलावा, आप सांस्कृतिक विविधता से भरे अच्छे वातावरण में रहते हैं। यह आपको व्यापक सोच वाला और उदार इन्सान बनाता है। सिम्बायोसिस से प्राप्त डिग्री के उल्लेख कारण आपका बायोडेटा, आज से, सबसे हटके दिखेगा।
आज के वैश्वीक कार्यस्थल में, नियोक्ता संगठन सांस्कृतिक विविधता की समझ रखने वाले उम्मीदवारों को पसंद करते हैं।
पाँच दशक पहले की अपेक्षा में, आज कार्यस्थल सभी लिंगों और राष्ट्रीयताओं के लिए समावेशी बन रहे हैं।
तीस साल पहले, पुणे एक आईटी शहर नहीं था। इन्फर्मेशन टेक्नोलोजी के क्षेत्र में बहुत अधिक नौकरियाँ नहीं थीं। लेकिन आज, पुणे एक आईटी हब बन गया है जो हज़ारों नौकरियाँ पैदा कर रहा है। आपके लिए नए नए कौशल और हस्तांतरणीय योग्यताएँ सीखना महत्वपूर्ण है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग तंत्रज्ञान से कई नौकरियां और जॉब्स आउटडेटेड हो सकते हैं। लेकिन, A I नौकरियों के कई नए अवसर भी पैदा कर रहा है। आज जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग से परिचित है ऐसे स्नातकों को निश्चित रूप से नोकरियो में अतिरिक्त लाभ होगा।
दोस्तों,
मैं आपसे, नोकरियो के पीछे जाने की बजाय, इनोवेटर, उद्यमी, बिजनेस लीडर और स्टार्टअप के निर्माता बनने की अपील करूँगा।
मुझे बताया गया है कि यहां अफ़गानिस्तान, मॉरीशस, सोमालिया, युगांडा, माडागास्कर, थाईलैंड, यमन, इथियोपिया, बांग्लादेश, सूदान, टांजानिया, मालावी और कई अन्य जगहों से छात्र हैं।
मैं आपसे अपने लोगों और अपने समाज के लिए नौकरियाँ निर्माण करने का आह्वान करूँगा। ‘डोन्ट बी जॉब सिकर, बी जॉब क्रिएटर’!
दोस्तों,
दीक्षांत समारोह जिम्मेदारी के एक नए चरण की शुरुआत भी दर्शाता है।
मैं चाहता हूँ कि आप उन लोगों के बारे में सोचें जो गरीबी, अभाव, युद्ध, अस्थिरता और अन्य कारकों के कारण समाज के हाशिये पर रह रहे हैं।
हमें यह सोचना होगा कि हम व्यक्तिगत रूप से और अपने संगठनों के माध्यम से, अपने देश में गरीबी और असमानता को दूर करने के लिए क्या अच्छा कर सकते हैं।
स्नातक और स्नातकोत्तर के रूप में, आप में से कुछ शिक्षक, प्रोफेसर, व्यवसायी, उद्यमी, वकील आदि बनेंगे। आप में से कई लोग व्यापार जगत, कॉर्पोरेट और सरकारी संगठनों में पद पाएँगे।
लेकिन मैं आपसे सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में शामिल होने के बारे में भी सोचने की अपील करूँगा। सार्वजनिक सेवा के माध्यम से आप अपने समाज, अपने लोगों और अपने राष्ट्र को एक बेहतर दुनिया बनाने में उत्कृष्ट योगदान दे सकते हैं।
मैं स्वयं एक NCC कैडेट रहा हूँ। मैं सेना अधिकारी भी हो सकता था। लेकिन मैंने राजनीति में प्रवेश किया। मैंने लगातार नगर निगम, राज्य विधानसभा और संसदीय चुनाव जीते।
आज लगभग 50 वर्ष राजनीती में बिताने के बाद, मुझे संतुष्टि है कि सार्वजनिक जीवन में अपने काम के कारण मै अपने समाज, अपने शहर और अपने लोगों के लिए काफी अच्छी सेवा कर सका।
मित्रों,
आप केवल किसी देश के ही नही, अपितु विश्व के नागरिक है। विश्व के नागरिक के रूप में, आप को दुनिया के सामने आने वाली समस्याओं के बारे में सजग होना चाहिए।
ग्लोबल वार्मिंग और क्लाईमेट चेंज अब मात्र अकादमिक चर्चा का विषय नहीं हैं। हम भयंकर सूखे, बाढ़ और भीषण गर्मी की लहरें देख रहे हैं।
आने वाले दशकों में पर्यावरण बदलाव और भी भीषण होने की संभावना है, जो हमारे समाज और हमारे पर्यावरण के लिए चुनौतियाँ पेश करेंगे। आइए हम सभी पर्यावरण और धरती मां को सुरक्षित रखने में अपनी भूमिका निभाएँ।
हमारे विश्वविद्यालय समाज का अभिन्न अंग होते हैं। इसलिए विश्वविद्यालयों का यह दायित्व है कि वे लोगों, समाज और राष्ट्र की समस्याओं के प्रति सजग और संवेदनशील रहें।
मुझे यह जानकर खुशी हुई कि सिम्बायोसिस विश्वविद्यालय ने आस-पास के गाँवों के लोगों के सशक्तिकरण के लिए विभिन्न स्वास्थ्य और शिक्षा पहल की हैं। संस्थान की ‘फैमिली डॉक्टर क्लिनिक’ और ‘मोबाइल मेडिकल यूनिट’ जैसी पहल सराहनीय हैं।
मुझे यह जानकर खुशी हुई कि सिम्बायोसिस दुनिया भर के छात्रों और विशेष रूप से अफ़गानिस्तान सहित देशों की लड़कियों को ऑनलाइन डिग्री प्रोग्राम प्रदान कर रहा है। यह बेहद सराहनीय है।
सिम्बायोसिस को दुनिया के छात्रों के साथ बेहतरीन क्लासरूम लेक्चर साझा करने के बारे में सोचना चाहिए। ज्ञान का प्रकाश दुनिया के कोने-कोने तक फैलाएँ।
अंत में, मैं एक बार फिर सभी स्नातक छात्रों को हार्दिक बधाई देता हूँ। मैं आपके जीवन में खुशहाली की कामना करता हूँ।
May God Bless You।
धन्यवाद।