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    18.03.2023 : झेवियर इन्स्टिट्यूट ऑफ इंजिनीअरिंग, माहीम, मुंबई का १४ वा वार्षिक दीक्षांत समारोह, संस्था का मैदान, मुंबई

    प्रकाशित तारीख: March 18, 2023

    झेवियर इन्स्टिट्यूट ऑफ इंजिनीअरिंग, माहीम, मुंबई का १४ वा वार्षिक दीक्षांत समारोह, संस्था का मैदान, मुंबई

    फादर इग्नासिमुथू, फॉर्मर व्हाईस चॅन्सलर, मद्रास युनिव्हर्सिटी,

    फादर डॉ व्हिक्टर लोबो, व्हाईस चॅन्सलर, सेंट जोजफ युनिव्हर्सीटी, बेंगलोर

    रेव्हरंड डॉ जॉन रोझ, डिरेक्टर, झेवियर इन्स्टिट्यूशन ऑफ इंजिनीरिंग,

    डॉ वाय. डी. वेंकटेश, प्रिन्सिपल,

    फादर किथ, रेक्टर, सेंट झेवियर्स कॉलेज,

    डॉ राजेंद्र शिंदे, प्रिन्सिपल, सेंट झेवियर्स कॉलेज

    फादर अल्बर्ट मेनेजेस, एडमिनिस्ट्रेटर

    अन्य गणमान्य अतिथी

    प्राचार्य, शिक्षक वर्ग

    संस्था के अधिकारी, कर्मचारी

    अभिभावक और आज के दीक्षांत समारोह में डिग्री हासिल कर रहे छात्र – छात्राएं

    मेरे लिए हर्ष की बात है कि मुंबई शहर में मेरा यह पहला दीक्षांत समारोह आपके इन्स्टिट्यूशन में हो रहा है।

    सबसे पहले मैं आज इंजीनियरिंग की डिग्री ले रहे सभी छात्र छात्राओं का हार्दिक अभिनंदन करता हूँ । आपको बधाई देता हूँ ।

    आज मैं विशेष रूप से आपके माता पिता, परिवार जन तथा गुरुजनों को बधाई देता हूँ ।

    केवल मुंबई या महाराष्ट्र में ही नहीं, अपितु पूरे देश में सेंट झेवियर संस्था का नाम बड़े इज्जत – सम्मान के साथ लिया जाता है । बच्चे इस संस्थान में पढने पर गर्व महसूस करते है।

    यह कॉलेज सेंट झेवियर कि सिस्टर इन्स्टिट्यूशन कहलाती है।

    सेंट झेवियर ने शिक्षा के क्षेत्र में पिछले अनेक दशकों से अनुपम कार्य किया है।

    सेंट झेवियर संस्था अकॅडेमिक एक्सलन्स के साथ – साथ डिसिप्लिन, समर्पण भाव, राष्ट्रीयता की भावना और धर्मनिरपेक्षता के लिए जाने जाते है ।

    सेंट झेवियर संस्था तथा अन्य जेसूट एज्युकेशनल नेटवर्क संस्थाओने देश को अच्छे खिलाडी, अच्छे कलाकार, अच्छे वैज्ञानिक, अच्छे लेखक – कवि, समाज सेवी और अनेक अच्छे नागरिक दिये है ।

    जेसूट संस्थाओने हमें पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम, वैज्ञानिक डॉ होमी भाभा, श्री लालकृष्ण आडवाणी जैसे विभिन्न क्षेत्रो में श्रेष्ठ नेता गण दिये है ।

    झेवियर इन्स्टिट्यूट ऑफ इंजिनीअरिंग अपनी स्थापना से कम्प्युटर साईन्स, इन्फर्मेशन टेक्नॉलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक्स एन्ड टेलिकम्युनिकेशन इंजिनीरिंग ग्रेजुएट निर्माण किये है जो आज विभिन्न क्षेत्रो में अपना योगदान दे रहे है ।

    भारत आज दुनिया का आयटी कॅपिटल माना जाता है ।

    इस उपलब्धी में कम्प्युटर सायन्स, इन्फर्मेशन टेक्नॉलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक्स एन्ड टेलिकम्युनिकेशन इंजिनीरिंग ग्रॅज्यएटस का बडा योगदान है ।

    इंजीनियर जीवन के हर क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

    वे बुनियादी विज्ञान के ज्ञान को उत्पादों में परिवर्तित करते हैं। वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी और समाज के बीच पुल का निर्माण करते हैं। आज पुरे विश्व में सेवा क्षेत्र में इंजीनिअर्स अहम योगदान दे रहे है।

    इंजीनियर देश की तकनीकी और औद्योगिक प्रगति में योगदान करते हैं। वे आम लोगों के लिए रहने की स्थिति में सुधार करने में मदद करते हैं।

    कई क्षेत्रों में हमारी उपलब्धियों के आधार पर, भारत 21वीं सदी में एक अग्रणी राष्ट्र के रूप में उभरने की ओर अग्रसर हो रहा है।

    हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की नवप्रवर्तन क्षमता भारत को इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

    प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सक्षम भारत की ओर निरंतर अग्रसर हो रहा है।

    नवाचार विकास के लिए एक प्रमुख प्रबंधकीय रणनीति है। हमें इसके विभिन्न आयामों जैसे प्रोसेस इनोवेशन, प्रोडक्ट इनोवेशन, बिजनेस मॉडल इनोवेशन और नई टेक्नोलॉजी इनोवेशन पर जोर देना चाहिए।

    अगर आज आप किसी आम आदमी से पूछें कि आपके जीवन में इंजीनियरों की क्या भूमिका है; वह एक साइकिल या मोबाइल फोन या एक इलेक्ट्रॉनिक गैजेट कह सकते हैं। आप उनसे आगे पूछें कि आपके जीवन में भारतीय इंजीनियरों की क्या भूमिका है; वह भ्रमित हो सकता है और एक उत्तर खोज सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि भारतीय इंजीनियरों की उपलब्धियां जमीनी स्तर तक पर्याप्त रूप से नहीं पहुंच पाई हैं और आम आदमी के जीवन को प्रभावित करने की क्षमता का अभी पूरी तरह से दोहन किया जाना बाकी है।

    इंजीनियरों के रूप में, आपको भारत की कुछ चुनौतियों जैसे खाद्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, जल सुरक्षा, शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।

    मैं आपसे आज की चुनौतियों का सामना करने और मजबूत भारत के निर्माण के लिए खुद को समर्पित करने का आह्वान करूंगा।

    मुझे भारत के युवा इंजीनियरों से बहुत उम्मीदें हैं और मैं आपसे हमारे देश के भविष्य को आकार देने का नेतृत्व करने का आह्वान करता हूं।

    इन्हीं शब्दों के साथ मैं एक बार फिर सभी स्नातक छात्रों को बधाई देता हूं और आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।

    इस बड़े अवसर पर मुझे आमंत्रित करने के लिए मैं फादर जॉन और फादर कीथ को भी धन्यवाद देता हूँ।

    धन्यवाद
    जय हिंद । जय महाराष्ट्र ।