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    09.11.2023 : उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस

    प्रकाशित तारीख: November 9, 2023

    उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस। महाराष्ट्र राजभवन मुंबई। 9 नवंबर 2023

    जय बद्री विशाल। जय केदार।

    सबसे पहले मैं महाराष्ट्र राजभवन में आप सभी का हार्दिक स्वागत करता हूं।

    मैं उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के खुशी के अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं और अभिनंदन करता हूं।

    यह मेरा सौभाग्य है कि ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के तहत आयोजित उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस महाराष्ट्र राजभवन में आप सभी के साथ मनाने का मुझे अवसर मिल रहा है।

    उत्तराखंड बद्री विशाल और केदारनाथ जी की भूमि है।

    यह भूमि आदी शंकराचार्य के पदस्पर्श से पावन हुई है ।

    महाराष्ट्र संतभूमि है, तो उत्तराखंड देवभूमि है।

    उत्तराखंड वीर भूमि भी है।

    इसने देश के सैन्य बलों के लिये हजारों और लाखो बहादुर अधिकारी और वीर जवान दिये है।

    उत्तराखंड के अनेक घरों में अपने एक बेटे को देश सेवा के लिये भेजने की उत्कृष्ट परंपरा है।

    इसी भूमि ने देश को जनरल बिपिन रावत जैसे महान बहादुर योद्धा दिये।

    आज उत्तराखंड कृषि, बागवानी, अन्न प्रक्रिया, सेवा क्षेत्र, इन्फ्रा प्रोजेक्ट जैसे क्षेत्रों में अच्छी प्रगति कर रहा है, तथा लोगों के लिये नये अवसर पैदा कर रहा है।

    लोगों के और राज्य की आय में तेजी लाने के लिए सरकार भी विभिन्न कदम उठा रही है।

    उत्तराखंड जैसा प्राकृतिक सौंदर्य शायद ही कही और देखने को मिलता है।

    उत्तराखंड के लोग मृदुभाषी, शांतिपूर्ण और मेहनती माने जाते हैं।

    हमें वास्तव में आप पर गर्व है; और हमें खुशी है कि आप अब राज्य की प्रगति और समृद्धि में अपना योगदान दे रहे हैं।

    मुझे नहीं लगता कि मुंबई में कोई ऐसा उपनगर हो जहां आपको उत्तराखंड के लोग नहीं मिलेंगे।

    मुझे आनंद इस बात का है कि आप में से अधिकांश लोग महाराष्ट्र की संस्कृति, रीतीभाती और परंपराओं से पुरी तरह घुल – मिल गए हैं, जो सराहनीय है।

    आप में से कई लोग अच्छी मराठी बोल लेते हैं। कम से कम, मुझसे अच्छी तो बोल ही लेते होंगे !!

    आप लोग उत्तरायणी, हरेला और इगास पर्व भी मनाते है, और गणेशोत्सव भी उतने ही हर्षोल्लास के साथ मनाते है।

    उत्तराखंड का पूजा नृत्य, कुमाऊनी लोक नृत्य, जौनसारी लोक नृत्य तथा अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से देवभूमि उत्तराखंड का लोक जीवन और संस्कृति को उजागर करने के लिए मै, सभी प्रतिभाशाली कलाकारों को बधाई देता हूं।

    मैंने लगभग पुरा उत्तराखंड देखा है, चाहे वो देहरादून हो, नैनीताल हो, मसूरी, हरिद्वार या ऋषिकेश हो।

    ‘एक भारत’ का उद्देश्य है आप सभी प्रदेश देखे, वहाँ की संस्कृति देखे और देश की विविधता सराहे।

    मैं चाहता हूं कि महाराष्ट्र के लोग उत्तराखंड देखे; और आप भी उत्तराखंड में महाराष्ट्र के सुंदर पर्यटन स्थलों का प्रचार करें।

    उत्तराखंड के सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन में महाराष्ट्र राजभवन का सहयोग देने के लिए मै गढ़वाल भ्रातृ मंडल, हिमालय पर्वतीय संघ तथा कौथिग फाउंडेशन को विशेष रूप से धन्यवाद देता हूं।

    सरदार वल्लभभाई पटेल ने हमें ‘एक भारत’ दिया था। आइए अब हम इसे ‘श्रेष्ठ भारत’ बनाने का प्रयास करें।

    हमारे निमंत्रण का सम्मान करने के लिए मैं आप सभी को धन्यवाद देता हूं, सभी सहयोगी संस्थाओं को धन्यवाद देता हूं और आपको एक यादगार संध्या की शुभकामनाएं देता हूं।

    जय हिन्द।
    जय महाराष्ट्र। जय उत्तराखंड।।