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    30.10.2023 : महाराष्ट्र कामगार कल्याण मंडल द्वारा आयोजित 35 वे ‘विश्वकर्मा गुणवंत कामगार पुरस्कार’ की प्रस्तुति

    प्रकाशित तारीख: October 31, 2023

    महाराष्ट्र कामगार कल्याण मंडल द्वारा आयोजित 35 वे ‘विश्वकर्मा गुणवंत कामगार पुरस्कार’ की प्रस्तुति। स्थान : कामगार क्रीड़ा भवन, परेल मुंबई। शाम 5 बजे, सोमवार 30 अक्टूबर 2023

    डॉ. सुरेश खाडे, श्रम मंत्री

    श्री दीपक केसरकर, मुंबई के पालक मंत्री

    राज्य विधानमंडल के सदस्य

    श्री कालिदास कोलंबकर

    श्री सदा सरवणकर

    श्रीमती मनिषा कायंदे

    श्रीमती विनीता वेद सिंघल, प्रधान सचिव, श्रम विभाग

    श्री सतीश देशमुख, कामगार आयुक्त

    श्री रविराज इलवे, आयुक्त, कामगार कल्याण

    राज्य कामगार मंडल के सभी सम्मानित सदस्य,

    35वें विश्वकर्मा गुणवंत कामगार पुरस्कार, कामगार मित्र पुरस्कार और कामगार भूषण पुरस्कार के प्राप्तकर्ता,

    रावबहादूर नारायण मेघाजी लोखंडे कामगार मित्र पुरस्कार के विजेता,

    पुरस्कार विजेताओं के परिवार जन

    देवियों और सज्जनों,

    सबसे पहले मैं विश्वकर्मा गुणवंत कामगार पुरस्कार, कामगार भूषण पुरस्कार और रावबहादुर नारायण मेघाजी लोखंडे कामगार मित्र पुरस्कार के प्राप्तकर्ताओं को हार्दिक बधाई देता हूं, उनका अभिनंदन करता हूं।

    जिन गुणवंत कामगारों को आज सम्मानित किया गया है, उनके परिवारजनों को भी मैं विशेष रूप से बधाई देता हूं।

    मुझे यह जानकर खुशी हुई कि अब तक कामगार कल्याण के लिये २५ वर्ष से अधिक समय से समर्पित कार्य करने वाले डॉ. बाबा आढाव, राजा कुलकर्णी, मोहन कोतवाल, एस. आर. कुलकर्णी, डॉ. शांति पटेल, दादा सामंत और शरद राव जैसे प्रतिष्ठित कामगार नेताओं को, तथा टाटा मोटर्स, राष्ट्रीय मिल मजदूर संघ, बजाज ऑटो जैसे संस्थानों को ‘रावबहादूर नारायण मेघाजी लोखंडे कामगार मित्र पुरस्कार’ से सम्मानित किया जा चुका है।

    यह महाराष्ट्र श्रमिक कल्याण बोर्ड द्वारा अपनाए और बनाए रखे, चयन के उच्चतम मानकों को दर्शाता है।

    हमारे श्रमिक कामगार वास्तव में विश्वकर्मा हैं। वे राज्य के निर्माणकर्ता हैं। देश के निर्माण करता है।

    संयुक्त महाराष्ट्र के निर्माण के आंदोलन में हमारे कामगार भाई बहन सबसे आगे थे।

    इसलिए यह महान संयोग है कि, महाराष्ट्र राज्य का गठन कामगार दिवस, याने 1 मई के दिन किया गया।

    मुगलों और अन्य विदेशी शक्तियों से लड़ने के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा बनाई गई सेना का आधार हमारे मजदूर, कामगार और किसान थे।

    मुंबई को देश की वित्तीय राजधानी बनाने और महाराष्ट्र की छवि देश में सबसे प्रगतिशील और आकर्षक औद्योगिक राज्य के रूप में बनाने में भी, सबसे अधिक योगदान हमारे कामगार भाई बहनों का है।

    श्रमिक कल्याण के मामले में महाराष्ट्र सदैव अग्रणी रहा है।

    हमारा राज्य, वर्ष 1953 में श्रम कल्याण बोर्ड बनाने वाले पहले राज्यों में से एक था।

    मुझे यह जानकर खुशी हुई कि आज 56 लाख से अधिक श्रमिक कामगार महाराष्ट्र श्रम कल्याण बोर्ड के साथ पंजीकृत हैं।

    हमारा प्रयास सभी श्रमिकों को अपने दायरे में लाने का होना चाहिये।

    मैं श्रम कल्याण आयुक्त के तत्वावधान में किये गये श्रमिक कल्याण के कार्यों का अवलोकन कर रहा था।

    मुझे यह जानकर अत्याधिक प्रसन्नता हुई कि महाराष्ट्र ने श्रमिक कल्याण के क्षेत्र में जबरदस्त काम किया है।

    नियोक्ता, कर्मचारी और राज्य सरकार के त्रिपक्षीय माध्यम से कल्याण बोर्ड द्वारा जुटाए गए कोष से, बोर्ड ‘स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स’ और स्विमिंग पूल चलाये जाते है।

    बोर्ड द्वारा राइफल शूटिंग और तीरंदाजी, बॅडमिंटन आदी के लिए सुविधाएं प्रदान की जाती है।

    मंडल द्वारा कामगार साहित्य सम्मेलनों का आयोजन किया जाता है जो निश्चित रूप से सराहनीय है।

    मुझे यह जानकर खुशी हुई कि महाराष्ट्र राज्य कल्याण बोर्ड के तत्वावधान में बड़ी संख्या में शीर्ष खिलाड़ी, छत्रपती शिवाजी स्पोर्ट्स एवारडी तैयार किये गये है।

    एक तरह से कामगार कल्याण मंडल ने देश को शीर्ष तैराक, शीर्ष बैटमिंटन खिलाडी, शीर्ष शतरंज खिलाड़ी, शीर्ष कबड्डी खिलाड़ी, शीर्ष थिएटर कलाकार दिए हैं। मैं महाराष्ट्र श्रम कल्याण बोर्ड से अपील करूंगा कि वह राज्य भर में आपके बुनियादी ढांचे को और अधिक उन्नत करने के कार्य में कॉर्पोरेट और उद्योगों को शामिल करें।

    भारत के माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने स्किलिंग, री-स्किलिंग और अप-स्किलिंग पर जोर दिया है।

    आनेवाले समय में, कौशल के बिना, आपको नौकरियां नहीं मिलेंगी।

    साथ ही युवाओं को दूसरों से अपडेट रहने के लिए अपने मौजूदा कौशल को लगातार अपग्रेड करना होगा।

    आज औद्योगिक प्रतिष्ठानों की श्रमिकों की आवश्यकताएं बदलती जा रही हैं।

    लेकिन नए क्षेत्रों में अनेक नौकरियां पैदा हो रही हैं।

    उद्योग और उद्यमियों को ऐसे श्रमिकों की आवश्यकता होगी जो मल्टी टास्कर हों।

    वे ऐसे श्रमिकों को प्राथमिकता देंगे जो प्रौद्योगिकी के अनुकूल हों।

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग रोजगार के नए रास्ते खोल रहा है।

    साथ ही A I कुछ नौकरियों को निरर्थक बना रहा है।

    इसलिए नए कौशल हासिल करने वाले लोगों के पास नई अर्थव्यवस्था में बेहतर संभावनाएं और उज्जवल संभावनाएं होंगी।

    मुझे यह जानकर खुशी हुई कि महाराष्ट्र श्रम कल्याण बोर्ड महिलाओं के लिए सिलाई कक्षाएं चला रहा है, और इसने प्रतिवर्ष 6000 महिलाओं को प्रशिक्षित किया है।

    मैं इस पहल की सराहना करता हूं।

    आज राज्य के अनेक I T I उन्नत हो रहे हैं। हाल ही में महाराष्ट्र ने ‘स्किल यूनिवर्सिटी’ भी स्थापना की है।

    कौशल विकास में लगे सभी संबंधित प्रशिक्षण संस्थाओं और विश्वविद्यालयों को अपने आप में कन्व्हरजन्स के साथ मिल-जुल कर काम करने का मै आह्वान करता हूं।

    यह महाराष्ट्र श्रम कल्याण बोर्ड को विभिन्न नए क्षेत्रों में महिलाओं और पुरुषों को प्रशिक्षण देने में सक्षम बनाएगा।

    यह सच है कि हमारा लगभग 93 प्रतिशत कार्यबल असंगठित क्षेत्र से आता है।

    हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम सभी श्रमिकों का कल्याण सुनिश्चित करें, चाहे वे संगठित क्षेत्र से आते हैं या असंगठित क्षेत्र से।

    अंत में, मैं आज यहां उपस्थित प्रत्येक श्रमिक कामगार और पूरे महाराष्ट्र के प्रत्येक कामगार को गुणवंत कामगार पुरस्कार प्राप्त करने पर हार्दिक बधाई देता हूं।

    आपका समर्पण, त्याग और मेहनत से हमारा राज्य महान हुआ और मुझे विश्वास है, आप सभी के सहयोग से महाराष्ट्र देश का सबसे प्रगतिशील राज्य बना रहेगा।

    आइए हम सभी एक उज्जवल और अधिक समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करते हुए सभी श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करने के लिये प्रतिबद्ध हो जाये।

    धन्यवाद।
    जय हिंद। जय महाराष्ट्र ।।