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    28.08.2023 : वर्ष 2019-20, 2020-21 और 2021-22 के लिए श्री शिव छत्रपति राज्य खेल पुरस्कार प्रदान राज्य समारोह

    प्रकाशित तारीख: August 28, 2023

    वर्ष 2019-20, 2020-21 और 2021-22 के लिए श्री शिव छत्रपति राज्य खेल पुरस्कार प्रदान राज्य समारोह

    श्री एकनाथ शिंदे, महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री

    श्री अजित पवार, माननीय उप मुख्यमंत्री

    श्री चंद्रकांत दादा पाटिल, पुणे के संरक्षक मंत्री

    श्री संजय बनसोडे, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री

    श्री गिरीश महाजन, ग्रामीण विकास मंत्री

    श्री दिलीप वलसे पाटिल, सहकारिता मंत्री

    श्री श्रीरंग बारणे, सांसद, लोकसभा

    श्री रणजीत सिंह देवल, प्रधान सचिव, स्कूल शिक्षा एवं खेल

    डॉ. सुहास दिवसे, खेल एवं युवा कल्याण संचालनालय

    सभी शिव छत्रपती क्रीडा पुरस्कार विजेता

    कोचेस, अधिकारी गण,

    भाईयों और बहनों,

    शिव छत्रपती राज्य क्रीडा जीवन गौरव पुरस्कार, क्रीडा मार्गदर्शक पुरस्कार, जिजामाता राज्य क्रीडा पुरस्कार, शिव छत्रपती राज्य क्रीडा पुरस्कार (खिलाडी), शिव छत्रपती राज्य क्रीडा पुरस्कार (दिव्यांग खिलाडी) तथा राज्य क्रीडा साहसिक पुरस्कार के सभी विजेताओं का हार्दिक अभिनंदन करता हूँ।

    मुझे खुशी है कि दो-तीन वर्षो के अवकाश के बाद ‘श्री शिव छत्रपती शिवाजी पुरस्कार’ का वितरण आज हो रहा है।

    कोविड-19 महामारी के एक डेढ साल में खेल गतिविधियों और प्रॅक्टिस में अनेक बाधाएं आयीं। लेकिन, कोविड 19 अब अतीत की बात हो गई है। और हम आज़ादी का अमृत काल मना रहे है।

    महाराष्ट्र में स्पोर्ट्स की परम्परा काफी पुरानी है। इतिहास से हमें पता चलता है कि, छत्रपति शिवाजी महाराज ने मार्शल आर्ट में प्रशिक्षित करने के लिए दो सैन्य कमांडरों को नियुक्त किया था। शिवाजी महाराज स्वयम तलवारबाजी, घुड़सवारी, निशानेबाजी और अन्य खेलों में पारंगत थे।

    राजर्षि छत्रपती शाहू महाराज ने, कुश्ती को बढ़ावा देने के लिए, कई अखाड़े बनवाए थे। हम सब के लिये गर्व की बात है कि, स्वतंत्र भारत को पहला ओलंपिक मेडल हमारे महाराष्ट्र के खाशाबा जाधव ने दिलाया था।

    मुझे यह जानकर खुशी हुई कि महाराष्ट्र पहले से ही अपने खेल प्रदर्शन और तैयारियों के मामले में देश का अग्रणी राज्य है।

    राज्य अपनी खेल नीति बनाने वाला पहला राज्य है।

    राज्य विभिन्न खेलों में घरेलू और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं का व्यापक आयोजन करता आया है।

    हमारे पास अंतर विश्वविद्यालय खेल प्रतियोगिताएं भी हैं। राज्य, जिला स्तर पर, आधुनिक खेल सुविधाओं से सुसज्जित कई स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण कर रहा है।

    महाराष्ट्र ने दूसरे ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स’ में प्रथम स्थान प्राप्त किया और गुजरात में खेले गये राष्ट्रीय खेलों में भी प्रथम स्थान प्राप्त किया।

    हालाँकि अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में हमारे सामूहिक प्रदर्शन को और बेहतर बनाने के लिए बहुत कुछ करने की आवश्यकता है।

    महाराष्ट्र में कई जिले ऐसे हैं, जहां फुटबॉल बहुत लोकप्रिय है। हमें महाराष्ट्र में फुटबॉल को बढ़ावा देने का और राज्य को फुटबॉल खेलने वाला राज्य बनाने के लिए व्यवस्थित प्रयास करने चाहिए।

    कुछ वर्ष पहले स्पेन के राजदूत ने रियल मैड्रिड क्लब को भारत में लाने की बात कही थी। मुझे खुशी है कि महाराष्ट्र राज्य, जर्मनी की बुंडेसलिगा फुटबॉल लीग के साथ एक समझौता कर रहा है। मैं इस पहल का स्वागत करता हूं।

    महाराष्ट्र का ‘मिशन लक्षवेध’ भी उतना ही सराहनीय है क्योंकि यह राज्य में एथलेटिक्स को बढ़ावा देने में काफी मदद करेगा।

    आज भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है। वर्ष 2036 में भारत ओलंपिक आयोजित करने के लिए गंभीरता से प्रयास कर रहा है।

    ओलंपिक की मेजबानी से भारतीय एथलीटों और खिलाड़ियों को सबसे बड़े खेल मंच पर, अपने घरेलू दर्शकों के सामने, प्रदर्शन करने का सुनहरा अवसर मिलेगा।

    मुझे लगता है कि महाराष्ट्र को 2036 ओलंपिक के लिए अपनी तैयारी अभी से, सही तरीके से, शुरू करनी चाहिए।

    विशेषज्ञों और खिलाड़ियों की मदद से खेल के बुनियादी ढांचे को विकसित और उन्नत करने की एक व्यवस्थित योजना तैयार की जानी चाहिए।

    आज, विभिन्न राज्य सरकारें, खेल सुविधाएँ एवं तंत्र को मजबूत करने पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रही हैं, जिससे भारत को 2036 ओलंपिक की तैयारी में काफी मदद मिलेगी।

    कुछ राज्य अत्याधुनिक वर्ल्ड क्लास स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बना रहे हैं और खेल के बुनियादी ढांचे, सुविधाओं और प्रशिक्षण केंद्रों में सुधार कर रहे हैं।

    नॉर्थ ईस्ट के कुछ राज्य अपने जमीनी स्तर पर खेल के बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रहे हैं।

    निशानेबाजी में महाराष्ट्र अनेक राज्यों से आगे है। कॉमनवेल्थ खेलो में हमारा शुटींग में परफॉर्मंस अच्छा रहा है। इसी तरह हमें अपनी अन्य सभी खेलों में ताकत और कमजोरियों को पहचानना चाहिए और 2036 तक का स्पोर्ट्स और गेम्स का रोडमैप बनाना चाहिए। मुझे विश्वास है, माननीय प्रधान मंत्री, महाराष्ट्र की एक ऐसी पहल का पूरे दिल से समर्थन करेंगे।

    हमें स्कूलों और कॉलेजों में खेलों को फिर से जीवंत करना होगा। स्कूल स्तर पर मल्टी-स्पोर्ट चैंपियनशिप में बच्चों की भागीदारी, प्रतिभा निखारने के लिए एक मजबूत मंच के रूप में काम करेगी।

    दुनिया के सबसे युवा राष्ट्र के रूप में, भारत को सभी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में स्पोर्ट्स और गेम्स के क्षेत्र में अपना दबदबा बनाना चाहिए।

    राज्यपाल के रूप में, मुझे चिंता है कि आज हमारे बच्चे अपना बहुत समय स्मार्ट फोन और अन्य गेम्स पर बिता रहे हैं।

    कम शारीरिक गतिविधि, बच्चों के लिए बहुत सारी शारीरिक और भावनात्मक समस्याएं पैदा कर रही है। मिडिल और हाईस्कूलों में एक पिरियेड अनिवार्य करना चाहिए। तथा स्थानिय खेलों को प्राथमिकता देना चाहिए, बच्चों को पारंपारिक खेल पता ही नहीं है।

    युवाओं में नशीली पदार्थो की लत की बढ़ती घटनाओं से भी मै बहुत चिंतित हूं। स्पोर्ट्स और गेम्स हमें एक स्वस्थ पीढ़ी बनाने, और विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाने में मदद कर सकते हैं।

    हमारी सबसे बड़ी ताकत हमारे समर्पित कोच और सेवानिवृत्त खिलाड़ी हैं। हमारे युवा और होनहार खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने के लिए सेवानिवृत्त खिलाड़ियों और अर्जुन अवार्डी तथा छत्रपति खेल पुरस्कार विजेताओं की क्षमता का उपयोग किया जाना चाहिए।

    मुझे विश्वास है कि हमारे सभी खेल प्रशिक्षक, महाराष्ट्र को, विभिन्न खेल विधाओं में शीर्ष स्तर के खिलाड़ी तैयार करने में मदद कर सकते हैं।

    मैं आप सभी से आह्वान करूंगा कि अपने मन में राज्य और राष्ट्र को गौरवान्वित करने की आग रखें। आपकी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा, प्रतिबद्धता और संकल्प आपको सभी बाधाओं को दूर करने में मदद करेंगे।

    अगले महीने, चीन में हुआंगज़ोउ में एशियाई खेल आयोजित होने हैं। वर्ष 2024 में पेरिस में ओलंपिक होने जा रहे है। भारत में अमेरिकी राजदूत ने मुझसे कहा था कि 2028 में लॉस एंजेलिस में हो रहे ओलम्पिक में क्रिकेट के टी-20 खेल का समावेश करने पर चिंतन हो रहा है।

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शक्ति का उपयोग खेल के क्षेत्र में किया जा सकता है। हमें खिलाड़ी के प्रदर्शन का विश्लेषण करने, प्रशिक्षण पद्धतियों को सुधारने और यहां तक कि चोटों की भविष्यवाणी करने में मदद कर सकता है। इस प्रकार हमारे एथलीटों की समग्र भलाई सुनिश्चित कर सकता है।

    महाराष्ट्र में देश की खेल राजधानी के रूप में उभरने की क्षमता है, संभावना और संसाधन हैं। आइए हम इस लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास करें।

    मैं एक बार, शिव छत्रपति खेल पुरस्कारों के सभी विजेताओं को बधाई देता हूं और आपके भविष्य के प्रयासों में सफलता की कामना करता हूं।

    धन्यवाद।
    जय हिन्द। जय महाराष्ट्र।।