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    26.07.2024 : कारगिल विजय दिवस रजत जयंती समारोह

    प्रकाशित तारीख: July 26, 2024
    कारगिल विजय दिवस रजत जयंती समारोह

    कारगिल विजय दिवस रजत जयंती समारोह। 26 जुलै 2024

    लेफ्टिनेंट जनरल पवन चढ्ढा, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, महाराष्ट्र, गुजरात तथा गोवा विभाग

    व्हाईस एडमिरल संजय जे सिंह, AVSM, NM, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग, पश्चिमी नौदल मुख्यालय

    एअर व्हाईस मार्शल रजत मोहन, VM

    मेजर जनरल बिक्रम दीप सिंह

    सैन्य दलो के वरिष्ठ अधिकारी

    सभी सम्मानित अवकाश प्राप्त अधिकारी

    वीर नारी तथा वीर जवानों के परिवार सदस्य

    उपस्थित महानुभाव

    कारगिल विजय दिवस रजत जयंती के अवसर पर आप सभी को हार्दिक बधाई देता हूं।

    छब्बीस जुलै – कारगिल विजय दिवस मनाना हम सभी के लिए गर्व और सम्मान का विषय है।

    पच्चीस वर्ष पहले, हमारे वीर जवानों और अधिकारियों ने अदम्य साहस और अटूट संकल्प के साथ कारगिल की दुर्गम पहाड़ियों पर विजय प्राप्त की थी।

    हमारे सैनिकों ने जिस शौर्य और वीरता का परिचय कारगिल युद्ध में दिया, वह इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है।

    उनकी बहादुरी और बलिदान ने हमें यह सिखाया कि कोई भी चुनौती कितनी भी कठिन क्यों न हो, हमारे सैनिक उसे पार कर सकते हैं।

    यह विजय न केवल हमारी सैन्य शक्ति का प्रमाण है, बल्कि हमारी एकता, अखंडता और देशप्रेम की भावना का भी प्रतीक है।

    वर्ष 1999 में देश में प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार थी और मै उनके मंत्री परिषद का सदस्य था।

    हमारे पडोसी देश ने हमारा विश्वास घात किया था। लेकिन, हमारे जांबाज अधिकारी और जवानों ने विपरीत स्थिति में दुश्मन को करारा जवाब दिया था।

    आज के इस दिन, मैं सभी वीर नारियों को नमन करना चाहूँगा, जिन्होंने अपने पति, बेटे, भाई अथवा पिता देश की रक्षा के लिए समर्पित किए।

    आप सभी की त्याग, धैर्य और साहस को शब्दों में व्यक्त करना कठिन है। मै स्वयं ऐसे परिवार से आता हूं जहां मिलिट्री में दाखिल होना परंपरा रही है।

    आपका बलिदान, आपके अपनों की वीरता को और भी महान बनाता है।

    आप सभी ने अपनी जिन्दगी के सबसे महत्वपूर्ण हिस्से को देश के लिए समर्पित किया है, और इसके लिए हम सदा आपके कृतज्ञ रहेंगे।

    हमारे सैन्य दलों की यह निस्वार्थ सेवा और बलिदान ही है, जो हमारे देश को सुरक्षित और एकजुट बनाए रखता है।

    एक माँ अपने बेटे को बड़ा करती है, पढ़ाती है, एक योग्य व्यक्ति बनती है। कोई भी पुत्र अपनी माँ का ऋण नहीं चुका सकता। हमारा देश, हमारी भारत माता है। भारत माता की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।

    देश के युवा साथियों से मेरा निवेदन है कि वे भी इस महान वीरता की परंपरा को आगे बढ़ाएं और सैन्य दलों में शामिल होकर देश की सेवा करें।

    सेना में शामिल होना न केवल एक सम्मान की बात है, बल्कि यह एक अवसर है अपने देश के लिए कुछ करने का।

    भारत की सशस्त्र सेनाएं अपनी व्यावसायिकता, समर्पण, प्रतिबद्धता और देशभक्ति के लिए दुनिया भर में जानी जाती हैं।

    वे कई देशों में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना का हिस्सा रहे हैं।

    जब भी देश प्राकृतिक या मानव निर्मित किसी भी आपदा का सामना करता है तो हमारे सशस्त्र बल सबसे आगे होते हैं।

    शहीदों के परिजनों, वार विडो और घायल अधिकारियों व जवानों की देखभाल करना हम सभी की जिम्मेदारी है।

    हम अपने वर्दीधारी सैन्य दलो के भाइयों और बहनों के लिए कम से कम इतना तो कर ही सकते हैं कि उनके परिवार के सदस्यों के पुनर्वास के लिए सशस्त्र बल ध्वज कोष में मनोयोग से योगदान दें।

    कारगिल विजय दिवस रजत जयंती के इस दिन हम सभी मिलकर उन वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित करें, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें स्वतंत्र और सुरक्षित जीवन जीने का अवसर दिया। उनकी वीरता और बलिदान को हम कभी नहीं भूल सकते।

    मैं कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती को शानदार तरीके से मनाने के लिए GOC को धन्यवाद देता हूं। ‘कारगिल विजय दिवस’ मोटर साईकल रैली में सम्मिलित सभी प्रतिभागियों को भी शुभ कामना देता हूं।

    जय हिंद।