25.06.2024 : ‘युरोप डे सेलिब्रेशन’, हॉटेल ताज महल पैलेस, मुंबई
‘युरोप डे सेलिब्रेशन’, हॉटेल ताज महल पैलेस, मुंबई, २५ जून २०२४, शाम ७ बजे
श्री राकेश ओमप्रकाश मेहरा, फिल्म निर्माता – निदेशक
श्रीमती मनिषा म्हैसकर, अपर मुख्य सचिव (राजशिष्टाचार), महाराष्ट्र
श्री पीयूष कौशिक, अध्यक्ष, काउंसिल ऑफ EU चेंबर्स ऑफ कॉमर्स इन इंडिया
श्री राजीव शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, G4S India
श्री रॉबिन बॅनर्जी, अध्यक्ष, न्युक्लियन रिसर्च
डॉ. श्रीमती रेणू शोम, निदेशक, काउंसिल ऑफ EU चेंबर्स ऑफ कॉमर्स
विभिन्न देशों के मुंबई स्थित कौंसल जनरल,
उद्यम जगत के नेता
व्यापार प्रतिनिधी
देवियों और सज्जनों,
यूरोप दिवस के अवसर पर आपके मध्य में उपस्थित होकर अत्यंत हर्ष का अनुभव हो रहा है।
आप सभी को ‘युरोप दिवस २०२४’ की हार्दिक शुभकामना देता हूं।
भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। अभी हाल ही में आपने हमारे स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के रूप में भारतीय लोकतंत्र का उत्सव देखा है।
स्वतंत्रता के बाद से भारत ने अपने लोकतंत्र को संरक्षित और मजबूत करते हुए अभूतपूर्व वृद्धि और विकास हासिल किया है।
पिछले अनेक वर्षो से EU इंडिया चैम्बर्स, भारत – युरोप वित्तीय संबंध मजबूत करने के लिये कार्य कर रहा है।
इसने भारत और EU के व्यवसाय और प्रोफेशनल समुदायों को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चैम्बर्स आज एक प्रमुख नेटवर्किंग हब के रूप में कार्य कर रहा है और नए अवसरों के द्वार खोलने में मदद कर रहा है।
मुझे यह जानकर खुशी हुई कि EU चैंबर्स ने यूरोपीय संघ – भारत ‘शिक्षा शिखर सम्मेलन’ का सफलता पूर्वक आयोजन किया था।
इस शिखर सम्मेलन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, कौशल विकास और तकनीकी प्रगति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।
आज के इस सुंदर आयोजन के लिए मै काउंसिल ऑफ EU चेंबर्स ऑफ कॉमर्स का हृदयपूर्वक अभिनंदन करता हूं।
मै विशेष रूप से काउंसिल के अध्यक्ष श्री पीयूष कौशिक तथा निदेशक डॉ. रेणू शोम को उनकी मेहनत और प्रयास के लिये धन्यवाद देता हूं।
आज का दिन यूरोपीय संघ और भारत के बीच प्रगाढ़ मित्रता का प्रतीक है।
आज यूरोपीय संघ शांति, एकता और समृद्धि का प्रतीक बन गया है।
भारत के यूरोपीय राष्ट्रों से संबंध सदियों पुराने है।
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन ‘स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व’ इस फ्रेंच क्रांति के आदर्श वाक्य से प्रेरित था।
हमारे संविधान ने ब्रिटिश संविधान, आयरिश संविधान, फ्रेंच, जर्मनी समेत और अन्य संविधानों से भी कुछ विशेषताएं लीं।
तो हम संविधान की विशेषताओं से भी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।
आज का दिन उन साझा मूल्यों और सिद्धांतों को याद करना है जो यूरोपीय संघ और भारत को एकजुट करते हैं।
यूरोपीय संघ इस बात का एक उदाहरण है कि किस प्रकार विभिन्न राष्ट्र, अपनी सीमाओं और मतभेदों को दूर करके, एक समान उद्देश्यों को लेकर, एक साथ काम कर सकते हैं, तथा संपन्नता प्राप्त कर सकते हैं।
आज युरोपिअन युनिअन, भारत का सबसे बडा ट्रेडिंग पार्टनर है। वैसे ही युरोपिअन युनिअन के लिए भारत ९ वा सबसे बडा ट्रेडिंग पार्टनर है।
वर्ष 2020 में, हमारे क्षेत्र के बीच द्विपक्षीय व्यापार 105 बिलियन यूरो तक पहुंच गया, जो और भी बढने का अनुमान है।
भारत ने दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखा है।
निकट भविष्य में भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की भी आकांक्षा रखता है।
मध्य पूर्व और रूस-यूक्रेन में लंबे समय से चल रहे संघर्ष के कारण कुछ देशों की अर्थव्यवस्था धीमी हो रही हैं।
लेकिन इसके विपरीत, भारतीय अर्थव्यवस्था अच्छी गति से आगे बढ़ रही है। इसलिये आज हमारे आर्थिक संबंधों को और भी मजबूत और उन्नत करने का सही समय है।
महाराष्ट्र भारत के सबसे अधिक औद्योगिक राज्यों में से एक है, जो राष्ट्रीय GDP में सबसे अधिक योगदान देता है। यह वास्तविकता है कि सभी यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के मुंबई में व्यापार कार्यालय या वाणिज्य दूतावास हैं।
हाल के वर्षों में, जिन देशों के मुंबई में अभी तक अपने वाणिज्य दूतावास नहीं थे, उन्होने भी मुंबई में अपने व्यापार कार्यालय या वाणिज्य दूतावास खोले हैं।
भारत आज दुनिया में सबसे युवा राष्ट्र के रूप में भी उभरकर आया है।
दुनिया के कई उम्रदराज देश उनके कुशल मानव संसाधनों की आपूर्ति करने के लिये भारत की ओर देख रहे है।
मुझे लगता है कि यूरोपीय संघ और युरोपीय देशो की भारत में उपस्थित कंपनियों को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए और हमारे व्यापार उद्यम के साथ, स्किलिंग, रिस्किलिंग और अपस्किलिंग के प्रयास में अपना योगदान देना चाहिए।
मुझे विश्वास है कि कुशल भारत यूरोपीय देशों के लिए उतना ही फायदेमंद होगा जितना भारत के लिए।
भारत और यूरोपीय संघ के बीच में लंबे समय से ‘फ्री ट्रेड अग्रीमेंट’ पर नेगोशिएशन्स चल रहे है। यह समझौता व्यापार बाधाओं को कम करने और वस्तुओं, सेवाओं और निवेशों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने में मदद करेगा।
देवियों और सज्जनों,
महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में, मैं 28 सार्वजनिक विश्वविद्यालयों का कुलाधिपति भी हूं।
हमारे राज्य में लगभग तीस लाख छात्र उच्च, तकनिकी तथा अन्य प्रोफेशनल शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
मैं चाहता हूं कि यूरोपीय संघ के राष्ट्र हमारे विश्वविद्यालय स्तर पर सहयोग को बढ़ावा दें।
अच्छा होगा यदि आपके विश्वविद्यालयों में ‘इंडोलॉजी विभाग’ हों जहां संस्कृत, हिंदी और अन्य भारतीय भाषाएं पढ़ाई जाती हो।
हमें अपने देशों के बीच स्टूडेंट – एक्सचेंज, फैकल्टी एक्सचेंज तथा सांस्कृतिक आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करना होगा।
यूरोप द्वारा भारत में हर वर्ष एक भव्य ‘युरोपिअन युनिअन’ सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन किया जाना चाहिए।
इसी प्रकार यूरोपीय संघ देशों में ‘नमस्ते इंडिया’ तथा ‘महाराष्ट्र महोत्सव’ का भी आयोजन किया जा सकता है।
आज हमारे मध्य में जाने माने फिल्म प्रोड्युसर राकेश ओमप्रकाश मेहरा जी उपस्थित है।
मुझे कई बार विभिन्न देशों के राजदूत बताते है की उनके देश में जहां भी भारतीय फिल्मों की शूटिंग हुई, वे स्थान लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन गए।
मैं आप सभी से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय फिल्म उद्योग की शक्ति का उपयोग करने की अपील करता हूं।
यूरोपीय संघ के देशों में जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
हम चाहते हैं कि यूरोपीय संघ के देशों से और अधिक पर्यटक भारत, और विशेष रूप से महाराष्ट्र में आये।
इस ‘युरोप दिवस’ पर, मैं आप सभी को बधाई देता हूं। मैं यूरोपीय संघ के देशों और भारत के बीच एक मजबूत, टिकाऊ और पारस्परिक रूप से लाभप्रद साझेदारी की आशा करता हूं।
धन्यवाद।
जय हिन्द। जय महाराष्ट्र।।