10.06.2023 : ‘लोकमत’अकोला संस्करण रजत जयंती महोत्सव वर्ष, नागपूर संस्करण के ५० वर्ष की यात्रा पर विमोचित ‘सुवर्ण मुद्रा’ पुस्तक का प्रकाशन तथा लोकमत नागपूर संस्करण की सुवर्ण जयंती पर भारत सरकार द्वारा जारी डाक टिकट का विमोचन, अकोला
‘लोकमत’अकोला संस्करण रजत जयंती महोत्सव वर्ष, नागपूर संस्करण के ५० वर्ष की यात्रा पर विमोचित ‘सुवर्ण मुद्रा’ पुस्तक का प्रकाशन तथा लोकमत नागपूर संस्करण की सुवर्ण जयंती पर भारत सरकार द्वारा जारी डाक टिकट का विमोचन, अकोला
डॉ विजय दर्डा, लोकमत मीडिया समूह के अध्यक्ष और राज्यसभा के पूर्व सदस्य
जनप्रतिनिधि
संपादक और प्रकाशक
गणमान्य आमंत्रित
लोकमत परिवार के शुभचिंतक
‘लोकमत’ अकोला संस्करण के रजत जयंती वर्ष समारोह के अवसर पर आप सभी के बीच में उपस्थित होकर अत्यंत हर्ष का अनुभव हो रहा है।
भारत ने पिछले वर्ष स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मनाया। उसी वर्ष लोकमत ने अपने नागपूर संस्करण का स्वर्ण महोत्सव मनाया।
आज देश अमृत काल से गुजर रहा है और ‘लोकमत’ का अकोला संस्करण अपने प्रकाशन के २५ वर्ष पूर्ण कर रहा है।
इस अवसर पर मै लोकमत परिवार को, अकोला संस्करण को, और विशेष कर लोकमत मीडिया ग्रुप के चेअरमन डॉ. विजय दर्डा जी को हार्दिक बधाई देता हुं और अभिनंदन करता हुं।
लोकमत के संस्थापक स्वर्गीय श्री जवाहरलाल दर्डा ने लोकमत की नींव रखी और इसे आम लोगों का समाचार पत्र बनाया। ‘लोकमत’ का इतिहास अत्यंत रोचक है।
संस्थापक स्वर्गीय श्री जवाहरलाल दर्डा जननायक थे। महान स्वतंत्र सेनानी थे। एक लंबे समय वे राज्य विधान मंडल के सदस्य थे और महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री थे।
उनके द्वारा शुरू किया ‘लोकमत’ आज पुरे राज्य में और गोवा, दिल्ली तक पहुंचा है। ‘लोकमत’ सही माईने में लोक तंत्र की आवाज बन चुका है।
महाराष्ट्र आने के बाद से मैं लोकमत का नियमित पाठक बन गया हूँ। जब भी मैं दिल्ली जाता हूं तो मुझे वहां भी लोकमत पढ़ने को मिलता है।
स्वर्गीय जवाहरलाल दर्डा जी के सुपुत्र, हमारे मित्र डॉ. विजय दर्डा जी ने तो डिजिटल – इंटरनेट के माध्यम से ‘लोकमत’ को ग्लोबल समाचार पत्र बना दिया है।
अन्य समाचार पत्रों से अलग, ‘लोकमत’ ग्रामीण समाचारों और शहरी समाचारों के बीच एक अच्छा संतुलन बनाता है।
भले ही हमारे मित्र डॉ. विजय दर्डा एक राजनीतिक दल से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन उन्होंने समाचार पत्र को हमेशा निष्पक्ष रखने की महान परंपरा को बनाए रखा है।
लोकमत कभी राजनीतिक पक्ष नहीं लेता। मैंने लोकमत को किसी का चरित्र हनन करते हुए कभी नहीं देखा। लोकमत ने देश को अनेक पत्रकार दिये, स्तंभ लेखक दिये, महिलाओं को अपना ‘सखी मंच’ प्लेटफॉर्म दिया।
लोकमत आज महाराष्ट्र और गोवा में नंबर एक बहु-संस्करण समाचार पत्र बन गया है। हिंदी ‘लोकमत समाचार’ तथा अंग्रेजी ‘लोकमत टाइम्स’ ने भी अपनी अलग पहचान बनाई है।
महाराष्ट्र के इतिहास में अकोला तथा विदर्भ प्रदेश का अलग स्थान रहा है।
महाराष्ट्र का यह क्षेत्र धार्मिक सद्भाव की भूमि है। यह भूमि भगवान राज राजेश्वर भोलेनाथ जी की है।
छत्रपती शिवाजी महाराज जैसे महान चक्रवर्ती राजा को जन्म देने वाली राजमाता जिजाऊ का जन्म स्थान ‘सिंदखेड राजा’ भी इसी प्रदेश में है।
जैन समाज का ‘अंतरिक्ष पार्श्वनाथ महातीर्थ’ इसी प्रदेश में शिरपूर में स्थित है। संत शिरोमणि श्री गजानन महाराज का शेगांव भी इस प्रदेश की पहचान है।
डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषी विद्यापीठ प्रदेश के कृषि विकास में अनुपम योगदान दे रहा है।
श्री नरसिंह सरस्वती, जिन्हे भगवान दत्तात्रेय का दूसरा अवतार माना जाता है, का जन्म भी इसी प्रदेश में कारंजा में हुआ। विदर्भ ने देश को राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज और संत गाडगे बाबा जैसे समाज सुधारक संत दिए है।
हमें सद्भाव और समावेश की इस संस्कृति को संरक्षित करना है।
मुझे विश्वास है कि ‘लोकमत’ हमारे समाज को जोड़ने में और देश की एकात्मता बनाये रखने में रचनात्मक भूमिका निभाता रहेगा।
प्रिय मित्रों
भारत आज विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन गया है।
दुनिया के कई देश औसत आयु की दृष्टी से वृद्ध हो रहे हैं। भारत निश्चित रूप से इन सभी देशों की मानव संसाधन आवश्यकता को पूरा कर सकता है।
बशर्ते हम अपने युवा पुरुषों और महिलाओं को सही कौशल प्रदान करें।
मैं आशा करता हूं कि लोकमत भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए स्किल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसी पहलों का समर्थन करेगा।
साथ ही युवाओं को भी उद्यमी और धन का सृजनकर्ता बनने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
विदर्भ महाराष्ट्र का कपास उत्पादक क्षेत्र भी है। समृद्धि महामार्ग के बनने से यह क्षेत्र अब मुंबई के बंदरगाहों से सड़क मार्ग से जुड़ गया है। यह राजमार्ग क्षेत्र में समृद्धि लाएगा और हमारे किसानों के जीवन में परिवर्तन लाएगा ऐसा मुझे विश्वास है ।
इन्हीं शब्दों के साथ, मैं लोकमत परिवार को उसके अकोला संस्करण की रजत जयंती के अवसर पर बधाई देता हूं और आपके भविष्य के प्रयासों में सफलता की कामना करता हूं।
धन्यवाद ।
जय हिंद । जय महाराष्ट्र ।।