08.03.2023: ‘महानारी’ महिलाओं का सम्मान तथा महाराष्ट्र इनोव्हेशन अँड टेक्नॉलॉजी डेव्हलपमेंट फंड तथा महाराष्ट्र वर्चुअल इन्क्युबेशन सेंटर का डिजिटल – उद्घाटन
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिन के अवसर पर उद्यमशीलता, नवाचार एवं कौशल विकास क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान के लिए ‘महानारी’ महिलाओं का सम्मान तथा महाराष्ट्र इनोव्हेशन अँड टेक्नॉलॉजी डेव्हलपमेंट फंड तथा महाराष्ट्र वर्चुअल इन्क्युबेशन सेंटर का डिजिटल – उद्घाटन, स्थान : एल्फिन्स्टन टेक्निकल हाई स्कुल का सभागृह, मेट्रो चौक, धोबी तलाव, मुंबई, दिनांक ८ मार्च २०२३
श्री मंगल प्रभात लोढा, मंत्री, कौशल विकास, पर्यटन एवं महिला व बालकल्याण विभाग
श्रीमती मनीषा वर्मा, प्रधान सचिव, कौशल , रोजगार, उद्यमशीलता व नवाचार विभाग
डॉ. अपूर्वा पालकर, कुलगुरु, महाराष्ट्र राज्य कौशल विश्वविद्यालय
डॉ रामास्वामी एन. सीईओ, महाराष्ट्र स्टेट इनोव्हेशन सोसायटी
सभी महिला उद्यमी
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सबको हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ और अभिनंदन करता हूँ ।
जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं द्वारा दिया गया योगदान काफी बड़ा है और इसी कारणवश हम आज यहां इकट्ठे हुए हैं जिससे कि हम इन महिलाओं को उद्यमी, नवप्रवर्तक और स्टार्टअप्स के रूप में पहचान करें, उन्हें मान्यता दें और उनका सम्मान करें |
हमारे यहां बहुत सारी कहानियां और किस्से है, जो महिलाओं के अप्रतिम रूप को दर्शाती हैं। लेकिन अगर हम एक आम महिला के जीवन को देखें, ग्रामीण, आदिवासी, पहाड़ी और दूर-दराज के क्षेत्रों में महिलाओं के जीवन को देखें, तो उन सब की जीवन-गाथाएं त्याग, तपस्या और बलिदान की अनकही कहानियां हैं। मैं ऐसी सभी महिलाओं को नमन करता हूं।
भारत आज विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। और अब देश पांच ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने की ओर आगे बढ़ रहा है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए महिलाओं की और अधिक सक्रिय भूमिका सहायक होगी।
महाराष्ट्र के इतिहास में महिलाओं की गाथा हमेशा से ही महान रही है | राजमाता जिजाऊ, रानी लक्ष्मीबाई, सावित्रीबाई फुले, आनंदी गोपाल जोशी, लता मंगेशकर, इनमें से कुछ नाम है | राज्यने देशको पहली महिला राष्ट्रपति, श्रीमती प्रतिभा पाटील, पहली महिला लोकसभा अध्यक्ष, श्रीमती सुमित्रा महाजन दी है । अहिल्या रांगणेकर जैसी सांसद, मृणाल गोरे जैसे विधायक दिये है; राज्य ने अंजली भागवत, राही सरनोबत, डायना एडलजी, ललिता बाबर, जैसे खिलाडी दिये है ।
भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हमारे माननीय प्रधानमंत्री कौशल्य विकास को एक राष्ट्रीय आवश्यकता के रूप में देखते हैं | इसी आत्मनिर्भर भारत के सपने को वास्तविक रूप देने तथा कौशल विकास और साथ ही उद्यमिता विकास द्वारा जनसंख्याकी लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से २६ मई २०१४ को भारत सरकार ने एक पृथक मंत्रालय की स्थापना की |
माननीय प्रधानमंत्री के कौशल भारत की संकल्पना के अनुसार महाराष्ट्र सरकार ने भी १५ जनवरी २०१५ को इसी प्रकार का कौशल विकास एवं उद्यमिता के लिए एक अलग विभाग स्थापित किया |
आज इस विभाग का मुख्य उद्देश्य ऐसी महिलाओं को महानारी के रूप में पहचान दिलाना और मान्यता देना है, जो कुशलता एवं नवाचार के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ है तथा महाराष्ट्र के लिए एक महान, महत्वकांक्षी, मान्यता प्राप्त, सक्षम एवं सशक्त महिला बने |
आज हम यहां पर ४० ‘सुपर पावर’ महिलाओं को अलग-अलग क्षेत्रों में सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए सम्मानित करने के उद्देश्य से इकट्ठा हुए हैं |
महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स के साथ ही ‘डीप टेक’ स्टार्टअप में पूंजी निवेश करने के उद्देश्य से आज २०० करोड़ रुपयों का एक वेंचर फंड महाराष्ट्र इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजिकल डेवलपमेंट फंड (एमआईटीडीएफ) शुरू किया है, यह प्रशंसनीय बात है |
‘वेंचर फंड’ के प्रावधान करने के साथ ही एमएसआईएनएस ने महाराष्ट्र वर्चुअल इनक्यूबेशन सेंटर भी निर्मित किया है जो अपने प्रारंभिक अवस्था वाले स्टार्ट अप्स को रियायती दामों पर गुणवत्ता वाली इनक्यूबेशन सेवा प्रदान करके स्टार्टअप की लागत को कम करेंगे और साथ ही बाजार में आने के लिए लगने वाले समय को कम करके सहायता करते हैं |
वर्ष २०१८ में व्यापक महाराष्ट्र इनोवेटिव स्टार्टअप नीति वाले कुछ राज्यों में महाराष्ट्र का समावेश था | कौशल रोजगार, उद्यमिता तथा नवाचार विभाग के तहत स्थापित महाराष्ट्र स्टेट इन्नोवेटिव सोसाइटी के कारण महाराष्ट्र नए प्रौद्योगिकी को अपनाने और प्रयोग में अग्रसर है |
आज महिलाएं काफी बड़े पैमाने पर व्यवसाय शुरू कर रही है| इसके परिणाम स्वरूप छोटे और बड़े, दोनों भी पैमानों पर, आर्थिक सुधार दिखाई पड़ता है | जब महिलाएं सामने से आकर नेतृत्व करती है तो नवाचार को भी बढ़ावा मिलता है | उत्पादकता में उछाल आता है, सृजनशीलता या रचनात्मकता भी बढ़ती है और अर्थव्यवस्था में निश्चित ही वृद्धि होती है |
मुंबई के एसएनडीटी महिला विश्वविद्यालय के साथ संयुक्त तत्वावधान में एम एस आई एन एस ने राज्य में एक समर्पित महिला केंद्रित इनक्यूबेटर स्थापित किया है | महाराष्ट्र राज्य नवाचार स्टार्टअप नीति २०१८ के तहत एम एस आई एन एस सुनिश्चित समय में प्रत्येक को पांच करोड़ का अनुदान देगा तथा राज्य के इनक्यूबेटर को समर्थन देकर उनका स्थान निर्धारित करेगा |
हमने महाराष्ट्र राज्य कौशल्य विश्वविद्यालय (एमएसएसयू) की स्थापना की है. जारी शैक्षणिक वर्ष में विश्वविद्यालय ने बीबीए की स्नातक उपाधि, इनोवेशन में एमबीए के साथ-साथ न्यू वेंचर और साइबर सुरक्षा जैसे पाठ्यक्रम शुरू किये है |
नवाचार एवं उद्यमशीलता को जल्द से शुरू करने के महत्व को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र की सरकार ने महाराष्ट्र राज्य नवाचार सोसाइटी के साथ महाराष्ट्र स्टार्टअप यात्रा शुरू की है, जहां छात्रों को अपने विचार प्रस्तुत कर के सहयोग करने के लिए प्रोत्साहन दिया जाता है |
यदि महिला उद्यमियों का सतत विकास किया जाए तो देश में संतुलित विकास को निश्चित ही बढ़ावा मिलेगा | राष्ट्रपति, राजदूत, मुख्य कार्यकारी अधिकारी और मुख्य संपादकों जैसे महत्वपूर्ण पदों को यह संभाल रहे हैं और सभी स्तर पर लैंगिक समानता को सशक्त कर रहे है | हमारा प्रयास है कि भारत में महिलाओं को उनकी पूरी क्षमता प्राप्त करने में सक्षम करने हेतु अवसर दिया जाए जिससे कि महिलाओं के अधिकारों और कल्याण को और अधिक बल दिया जा सके |
आज के इस कार्यक्रम में सम्मानित सभी महानारीयों का पुनश्च हार्दिक अभिनंदन करता हूं | मंत्री श्री मंगल प्रभात लोढा, प्रधान सचिव श्रीमती मनीषा वर्मा, कौशल विश्वविद्यालय की कुलगुरु डॉ अपूर्वा पालकर तथा डॉ रामास्वामी जी का अभिनंदन करता हूं और धन्यवाद देता हूं |
जय हिंद | जय महाराष्ट्र |