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    03.03.2023 : महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार हमी योजना – महाराष्ट्र राज्य के नये वेबसाईट का लोकार्पण, स्थान : यशवंतराव चव्हाण केंद्र, नरीमन पॉईंट, मुंबई

    प्रकाशित तारीख: March 3, 2023

    महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार हमी योजना – महाराष्ट्र राज्य के नये वेबसाईट का लोकार्पण, स्थान : यशवंतराव चव्हाण केंद्र, नरीमन पॉईंट, मुंबई, शुक्रवार दिनांक ३ मार्च २०२३

    आज, मैं आपसे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, मनरेगा, और उसके ग्रामीण समुदायों में समृद्धि लाने की क्षमता के बारे में बात करना चाहता हूं। जिसके तहत कुछ महीने पहले मेरी सरकारने सुविधा संपन्न परिवार और समृद्ध ग्राम योजना को लागू करने का फैसला किया है।

    भारतवर्ष इस समय आजादी का अमृत पर्व मना रहा है। ऐसे समय में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ग्रामीण क्षेत्रों के प्रत्येक नागरिक के लिए विकास का इंजन बन रही है। इस योजना में मुख्य रूप से हर खेत को पानी, और पानी के हर बूंद से आय, पर जोर दिया जा रहा है। इसमें केंद्र सरकार द्वारा कृषि, सिंचाई, आदि कार्यों को लेने का सुझाव दिया गया है।

    इस योजना के तहत आज हमारे महाराष्ट्र में 64 लाख सक्रिय मजदूर काम कर रहे हैं। 8 लाख से ज्यादा टिकाऊ संपत्तियां सृजित हो रही हैं। प्रदेश की 27000 ग्राम पंचायतों में काम चल रहा है। यह हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

    रोजगार हमी योजना अब केवल रोजगार देने की योजना नहीं है बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को समृद्ध करने की योजना है। इस बदले हुए विचार पर हम सभी को विश्वास करने की जरूरत है।

    अगर हम समाज में अंत्योदय उध्दार करना चाहते हैं तो प्रशासन का चेहरा मानवीय होना जरुरी है। हाल ही में नीति आयोग द्वारा जारी बहुआयामी गरीबी सूचकांक में देखा गया है कि महाराष्ट्र में 14.9% लोग अभी भी गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं।

    इस योजना के माध्यम से सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मिशन पीएमयू के माध्यमसे एक निश्चित अवधि का कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है। योजना को अधिक प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने तथा इसमें निरंतरता बनाये रखने के लिए मिशन की अवधि कम से कम पांच साल रखी जाना आवश्यक है।

    जैसा कि आप जानते हैं कि मनरेगा एक महत्वपूर्ण कानून है जो प्रत्येक ग्रामीण परिवार को वित्तीय वर्ष में 100 दिनों के मजदूरी की गारंटी देता है। उसी जगह महाराष्ट्र राज्यने 100 दिनों से अधिक मजदूरी प्रदान करने की जिम्मेदारी ली है। यह कार्यक्रम हमारे समाज के सबसे कमजोर और जरूरतमंद वर्गों को सामाजिक समावेश करने में सफल रहा है। वर्तमान मिशन के तहत विभिन्न चरण तयार करके जरुरतमंदोंके क्रमश: प्रगती की योजना तयार की गई है।

    मनरेगा ने स्थानीय लोगों को टिकाऊ उत्पादक संपत्ति प्रदान करके स्वरोजगार के स्तर पर ला दिया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों और रोजगार के अवसरों में वृद्धि हुई है।

    आज राज्य में लगभग 50% महिलाएं इस योजना पर काम करती हैं और इस प्रकार हमारी महिलाओं को रोजगार तथा संपत्ति निर्माण के माध्यमसे आर्थिक स्वतंत्रता तक पहुंचाने में सफल बनाती हैं।

    इस योजनाने जल संरक्षण संरचनाओं, कृषि योजनाओं, ग्रामीण सड़कों और गोदामों जैसी नई संपत्ति बनाकर हमारे ग्रामीण बुनियादी ढांचे को पुनर्जीवित करने में भी मदद की है। इसके माध्यम से बच्चों के कुपोषण दूर करने, बच्चों की शिक्षा में बढावा, स्वयं सहायता समूहों के लिए भवन, किसानों की आय दोगुनी करने के लिए संपत्ति का निर्माण किया जा रहा है।

    हमने योजना के कार्यान्वयन में कई बाधाओं को दूर किया है और योजना को गति दी है। लेकिन हम आत्मसंतुष्ट नहीं हो सकते। मनरेगा की क्षमता को पूरी तरह से साकार करने के लिए अभी और भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।

    हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह कार्यक्रम हमारे राज्य के प्रत्येक जरूरतमंद परिवार तक पहुंचे। हमें कार्यक्रम के तहत किए जा रहे काम की गुणवत्ता में सुधार लाने की जरूरत है, ताकि स्थायी संपत्ति से ग्रामीण लोगों के जीविका के स्तर में सुधार हो। इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, मेरी सरकार मनरेगा को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

    आगामी बजट में राज्य सरकार द्वारा इस कार्यक्रम के लिए समुचित प्रावधान किया जा रहा है और मेरी सरकार इस योजना को समय पर पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराने के लिए कृतसंकल्प है।

    हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि एक प्रभावी शिकायत निवारण तंत्र बनाकर कार्यक्रम को पारदर्शी और जवाबदेह तरीके से लागू किया जाए। विभाग आज इसे लॉन्च कर रहा है। टेक्नो सेवी होने के कारण यह योजना काफी पारदर्शी हो गई है और अधिक से अधिक लोग इस योजना की ओर आकर्षित हो रहे हैं।

    इस योजना को नई ऊंचाइयों पर ले जाकर आमजन के जीवन में उजाला करने वाले सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को मैं हार्दिक बधाई देता हूं। साथ ही आगामी समय में बेहतर काम की कामना करता हूं और आप सभी से अनुरोध करता हूं कि आगे आएं और अधिक समृद्ध और समतामूलक महाराष्ट्र बनाने के इस प्रयास में सहभागी हों।

    आइए हम मनरेगा को ग्रामीण विकास का एक सच्चा इंजन बनाएं और हमारे ग्रामीण क्षेत्रों के सभी नागरिकों के बेहतर कल के लिए हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक बन, मिलकर काम करें।

    जय हिंद, जय महाराष्ट्र।