12.06.2024 : नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड में ‘ब्रेलो 300’ प्रिंटिंग मशीन का उद्घाटन
नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड में ‘ब्रेलो 300’ प्रिंटिंग मशीन का उद्घाटन। 12 जून 2024
श्री हेमंत टकले, अध्यक्ष, नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड इंडिया
डॉ. विमल कुमार डेंगला, मानद महासचिव
‘नैब’ इंडिया की कार्यकारी परिषद के सदस्य
श्रीमती पल्लवी कदम, कार्यकारी निदेशक
व्यक्तिगत दानवीर और दानवीर संगठनों के प्रतिनिधि
SSC परीक्षा में उत्कृष्टता के साथ उत्तीर्णता प्राप्त दिव्यांग छात्र छात्राएं
‘नैब’ इंडिया के पदाधिकारी और कर्मचारी
दिव्यांग बच्चे, देवियों और सज्जनों
‘नैब’ इंडिया में आना मुझे अपने घर में आने जैसा लगता है।
हर तीन महीने में या तो नैब के लोग मुझसे मिलते हैं या मैं नैब कार्यालय आता हूं।
नैब इंडिया द्वारा लाई गई ‘ब्रेलो 300’ ब्रेल प्रिंटींग मशीन का उद्घाटन करते हुए मुझे वाकई बहुत खुशी हो रही है। यह मशीन दिव्यांग बच्चों और बुजुर्गों के सशक्तिकरण के लिए अपार संभावनाएं लेकर आई है।
मुझे SSC परीक्षा में 80 प्रतिशत से अधिक अंक लेकर पास होने वाले दिव्यांग बच्चों का भी हार्दिक अभिनंदन करता हूं। उन्हें मेरी हार्दिक शुभकामनाएं।
इस ‘नैब’ मुख्यालय की मेरी पिछली यात्रा और आज के बीच, मैंने देखा कि इमारत अच्छी स्थिति में है।
मुझे बताया गया है कि मार्श इंडिया, HSBC बैंक और ‘कन्सर्न इंडिया फाउंडेशन’ जैसे दानदाताओं ने इस इमारत की मरम्मत, पेंटिंग और सोलर पैनल लगाने में नैब का भरपूर सहयोग किया है। मैं उनकी उदारता की सराहना करता हूँ और उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें बधाई देता हूँ।
पिछले सप्ताह ही मैंने एक NGO द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया था, जहाँ दिव्यांग बच्चों और व्यक्तियों को विशेष A I सहायता प्राप्त चष्मे प्रदान किये गये।
इससे दृष्टिबाधित व्यक्तियों को उनके सामने की वस्तु को समझने में मदद मिली।
प्रौद्योगिकी सभी लोगों के लिए, और विशेष रूप से दिव्यांग बच्चों और व्यक्तियों के लिए एक महान सक्षमकर्ता के रूप में कार्य कर रही है।
आज दिव्यांग बच्चों को अध्ययन, कौशल विकास और रोजगार में सहायता करने के लिए बहुत कुछ किया जा रहा है, फिर भी बहुत कुछ चीजे करने की आवश्यकता है।
नौकरियां अत्यधिक विशिष्ट कुशल लोगों को ही मिल रहे है।
इस दृष्टी से दिव्यांग छात्रों और दिव्यांग व्यक्तियों को कौशल विकास के मामले में अपडेट रखने की आवश्यकता होगी।
दिव्यांग व्यक्तियों का ज्ञान अपडेट रखने का एक तरीका है उनके लिए अधिक संख्या में ऑडियो पुस्तकें निर्माण बनाना और उनके लिए ब्रेल लिपी में पुस्तकें छापना है।
नॉर्वे से लाई गई ‘ब्रेलो 300’ प्रिंटींग मशीन ‘नैब इंडिया’ को दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए अधिक ब्रेल पुस्तकें, पत्रिकाएँ, कहानी पुस्तकें और धार्मिक पुस्तकें छापने में मदद करेगी।
मुझे पता चला है कि दिव्यांग व्यक्तियों को विभिन्न ऑडियो पुस्तकें उपलब्ध के लिए एक ‘मोबाइल ऐप’ – ‘नैब वाणी’ विकसित किया गया है। यह वास्तव में सराहनीय है।
दिव्यांग व्यक्तियों के लिए ब्रेल मुद्रित पुस्तकें और ऑडियो पुस्तकें पेश करते समय, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि वे आसानी उपलब्ध हो और सस्ती हों।
मैं चाहता हूं कि नैब इंडिया खुद को प्रशिक्षण, कौशल विकास और रोजगार सृजन में उत्कृष्टता के लिए जाना जाने वाला विश्व स्तरीय संस्थान बनाए।
आज भारत दुनिया को तकनीक प्रदान करता है। हमें दिव्यांग व्यक्तियों को सशक्त बनाने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए ‘नैब’ को सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग केंद्र बनाने के लिए तकनीक का उपयोग करना चाहिए।
डॉ. विमल कुमार डेंगला एक दूरदर्शी महासचिव हैं। वे विचारक और चिंतक हैं। मैं चाहता हूं कि नैब इंडिया अपने लिये एक ‘विजन डॉक्यूमेंट’ बनाए ताकि नैब इंडिया को नया रूप दिया जा सके।
मैं इस संस्थान को दुनिया के विभिन्न दिव्यांग संस्थानों के लिए एक आदर्श बनते देखना चाहता हूं।
मुझे खुशी है कि राज्यपाल के रूप में मैं, ‘ब्रेलो मशीन 300’ खरीदने के लिये नैब इंडिया की सहायता कर सका।
मुंबई शहर परोपकार तथा दानवीरों के लिए जाना जाता है। हमें अपने दिव्यांग बच्चों और व्यक्तियों को सशक्त बनाने के लिए सभी दानावीरों की क्षमता का दोहन करना चाहिए।
मैं आज सम्मानित किए गए सभी SSC टॉप स्कोरिंग छात्रों को बधाई देता हूं।
मैं आज सम्मानित किए गए डोनर संगठनों और व्यक्तियों को भी बधाई देता हूं।
अंत में मैं नैब इंडिया को धन्यवाद देता हूं और आप सभी को भविष्य में अपने प्रयासों में सफलता की कामना करता हूं।
जय हिंद। जय महाराष्ट्र।।