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    30.03.2024 : 50 वें भारतीय रत्न एवं आभूषण पुरस्कार

    Publish Date: March 30, 2024

    50 वें भारतीय रत्न एवं आभूषण पुरस्कार। 30 मार्च 2024

    श्री मुकेश अंबानी, अध्यक्ष, रिलायंस ग्रुप,

    श्री विपुल शाह, अध्यक्ष, रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद

    श्री किरीट भंसाली, उपाध्यक्ष

    श्री मिलन चोकसी, निमंत्रक, अवार्ड्स कमिटी

    श्री अनुप मेहता, अध्यक्ष, भारत डायमंड बोर्स

    श्री रसेल मेहता, प्रबंध निदेशक, रोज़ी ब्लू तथा लाईफ टाईम एचिवमेंट पुरस्कार विजेता

    रत्न एवं आभूषण निर्यात पुरस्कार विजेता

    सदस्यों, आमंत्रित देवियो और सज्जनों

    रत्न और आभूषण उद्योग के सदस्यों की सफलता और उपलब्धियां मनाने के लिए आयोजित 50 वें इंडिया जेम एंड जेवलरी एवार्डस समारोह के अवसर पर आप के मध्य में उपस्थित रहकर ख़ुशी हो रही है।

    भारतीय उद्योग के पुरोधा श्री मुकेश अंबानी जी का हार्दिक स्वागत करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है।

    ‘रोज़ी ब्लू’ के प्रबंध निदेशक श्री रसेल मेहता को उनके योगदान के लिए ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट’ पुरस्कार प्रदान किए जाने पर हार्दिक बधाई देता हूं।

    वर्ष 2022 – 23 में उत्कृष्ट एक्सपोर्ट पेर्फोर्मंस के लिये चुने गये अन्य सभी पुरस्कार विजेताओं को भी मै राष्ट्र के प्रति उनके योगदान के लिए हार्दिक बधाई देता हूं।

    रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद, देश के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई सबसे महत्वपूर्ण, और मैं कहूंगा कि सबसे प्रभावशाली, निर्यात संवर्धन परिषदों में से एक है।

    मुझे यह जानकर खुशी हुई कि जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल की सदस्य संख्या 9600 हैं।

    सरकार और उद्योग के बीच एक इंटरफेस के रूप में तथा पोलिसी निर्माण में जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल की भूमिका काफी सराहनीय रही है।

    जानकर प्रसन्नता हुई कि, जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल हर साल दुबई और जयपुर में इंटरनेशनल जेम एंड ज्वैलरी शो का आयोजन करती है।

    मैं परिषद से मुंबई में एक भव्य एकीकृत (इंटिग्रेटेड) ‘अंतर्राष्ट्रीय रत्न एवं आभूषण शो’ आयोजित करने का आह्वान करूंगा। इसे दुबई महोत्सव की तरह एक भव्य आयोजन बनाएं।

    मुंबई, भारत की आर्थिक राजधानी है। वैसेही यह भारत की फिल्म राजधानी भी है। मध्य पूर्व से कई लोग अपने इलाज के लिए मुंबई आते हैं। तो मुंबई, मेडिकल टूरिजम डेस्टीनेशन भी है।

    इस प्रकार के संयुक्त अंतर्राष्ट्रीय मुंबई महोत्सव में, रत्न एवं आभूषण शो के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम, फैशन परेड, फूड फेस्टिवल, फिल्म फेस्टिवल का भी आयोजन किया जाना चाहिये।

    सदियों से, भारत अपने रत्न और आभूषणों, हीरे, कलर जेम – स्टोन आदि के लिए जाना जाता था। कई अरब राष्ट्रो के साथ भारत का पर्ल आभूषणों का व्यापार था।

    इस क्षेत्र में हमारी महारथ इतनी अधिक थी कि, भारत के ‘कोहिनूर’ को दुनिया ने सराहा। भारतीय आभूषण डिजाइनों की पूरी दुनिया में सराहना की गई।

    वर्ष 1961 में इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने मुंबई का दौरा किया था। फेब्रुवारी 1961 में 3 दिनों के रानी एलिजाबेथ तथा ड्यूक ऑफ एडिनबरा, प्रिंस फिलिप, राजभवन में रहे थे।

    महाराष्ट्र के तत्कालीन राज्यपाल श्री प्रकाश और मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण ने एलिजाबेथ को फेअरवेल गिफ्ट के रूप में ‘कोल्हापुरी साज़’ नेकलेस उपहार में दिया था। साथ ही ‘ड्यूक’ को तुतारी बजाने वाले कलाकार की चांदी की मूर्ति भेंट की गई थी। तो, आपके बिना कोई भी VIP विजिट पुरी होती ही नही।

    आज जब भारत, रत्न और आभूषण में ग्लोबल लिडर बनने की आकांक्षा रखता है, हमें अपनी मौलिकता और शिल्प कौशल को बनाए रखने और संरक्षित करने का प्रयास करना चाहिए।

    हमें पारंपरिक सुनारों और हीरा तराशने और पॉलिश करने वाले कारिगरों की रक्षा करनी होगी। जेम एंड ज्वेलरी उद्योग जगत के अंतिम व्यक्ति के कल्याण की चिंता हम सभी को करनी चाहिए।

    राज्य के 27 विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति के रूप में, मैं कौन्सिल से हमारे विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के साथ मिलकर काम करने की अपील करूंगा। रत्न और आभूषण उद्योग में छात्रों के लिए ट्रेनी / एप्रेन्टीसशिप / प्रशिक्षुता शुरू करने का आग्रह करूंगा।

    महिलाएं जेम एंड जेवेलरी उद्योग के सबसे बड़े उपभोक्ता हैं। अब समय आ गया है कि महिलाओं को रत्न एवं आभूषण कारोबार में हितधारक बनाया जाए। हमें महिलाओं को उद्योग में नेतृत्व के पद संभालने के लिए प्रोत्साहित करना होगा।

    मुझे यह जानकर खुशी हुई कि रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद, नवी मुंबई में एक आभूषण पार्क स्थापित कर रही है। मुझे यह भी जानकर खुशी हुई कि हाल ही में SEEPZ मुंबई में ‘भारत रत्नम मेगा कॉमन फैसिलिटेशन सेंटर’ का उद्घाटन किया गया।

    मेगा कॉमन फैसिलिटेशन सेंटर उद्यमियों, MSME और छोटे व्यवसायों को बढ़ने और फलने-फूलने के लिए एक सहायक और सहयोगात्मक वातावरण प्रदान करेगा।

    ‘भारत रत्नम सीएफसी’ विकलांग छात्रों सहित कारीगरों के लिए प्रशिक्षण और कौशल भी प्रदान करने जा रहा है, जो वाकइ सराहनीय है।

    मैं कामना करता हूं और आशा करता हूं कि परिषद भारत का झंडा पूरी दुनिया में लहराने के लिए अनुसंधान, विकास और नवाचार पर जोर देगी।

    मुझे विस्वास है कि आप ‘ब्रांड इंडिया’ को गुणवत्ता, विश्वास, नैतिकता और उत्कृष्टता का उपनाम बनाने में हमारी मदद करेंगे।

    फिर एक बार, मैं सभी ‘इंडिया जेम एंड जेवेलरी एवार्ड’ विजेताओं को बधाई देता हूं और परिषद को उसके भविष्य के प्रयासों में सफलता की कामना करता हूं।

    जय हिन्द। जय महाराष्ट्र।।