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    25.05.2023 : ‘फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन्स ऑफ महाराष्ट्र’ (FAM) के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित ‘व्यापारी एकता दिवस’

    Publish Date: May 25, 2023

    ‘फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन्स ऑफ महाराष्ट्र’ (FAM) के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित ‘व्यापारी एकता दिवस’

    श्री एकनाथ शिंदे, माननीय मुख्यमंत्री

    श्री देवेंद्र फडणवीस, माननीय उपमुख्यमंत्री

    श्री मंगल प्रभात लोढ़ा, माननीय पर्यटन, महिला एवं बाल कल्याण और कौशल विकास मंत्री

    श्री जितेंद्र शाह, अध्यक्ष, फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन्स ऑफ महाराष्ट्र (FAM)

    FAM के सभी सम्मानित सदस्य

    अन्य पदाधिकारी गण

    मेरे सभी व्यापारी भाईयों और बहनों

    फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन्स ऑफ महाराष्ट्र के ४५ वे स्थापना दिवस के अवसर पर आप सभी के बीच में उपस्थित होकर अत्यधिक हर्ष का अनुभव कर रहा हूं।

    हमारे जीवन में आप सभी का महत्व बहुत अधिक है। हमारे शास्त्रों में ‘कामधेनु’ तथा ‘कल्पवृक्ष’ की कल्पना की गई है। उसके पास मनुष्य जो भी इच्छा करता है, वह उसकी आपूर्ति करते हैं। हमारे व्यापारी भाई-बहन पूरे समाज की और देश की जरुरतों की आपूर्ति करने वाले कल्पवृक्ष की तरह ही हैं, ऐसा मै मानता हूँ। आप हमारे सुख दुख के साथी हैं। इसीलीये आपके ख़ुशी के दिन आपके बीच में उपस्थित रहना मेरे लिए आनंद की बात है।

    मुंबई को भारत की आर्थिक राजधानी माना जाता है। मुंबई शहर को यह पहचान यहां के व्यापारियों के कारण मिली है। आप गांव, शहर, राज्य, तथा देश की अर्थव्यवस्था के ‘मूवर्स एंड शेकर्स’ हैं। देश के विकास में आपके महत्वपूर्ण योगदान की मै हृदय से प्रशंसा करता हूं।

    इस दिन जब आप फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन ऑफ महाराष्ट्र का ४५ वां स्थापना दिवस मना रहे हैं, मैं आप सभी को आपके परिश्रम, कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता के लिए बधाई देता हूं।

    FAM का इतिहास व्यापारियों के अधिकारों के लिए संघर्ष का रहा है। संगठन का नेतृत्व कई दूरदर्शी नेताओं ने किया है।

    मुझे ख़ुशी है कि आज संस्था के संस्थापक अध्यक्ष श्री ललित मेहता तथा सम्मानित इमेरिटस अध्यक्ष श्री विनेश मेहता भी हम सब के मध्य में विराजमान है।

    FAM के इतिहास से पता चलता है कि संगठन ने अलग अलग समय पर बिक्री कर, चुंगी, सेवा कर, स्थानीय निकाय कर आदि के कार्यान्वयन के समय सदस्यों की आशंकाओं को लेकर सफलतापूर्वक लड़ाई लड़ी है।
    मुझे ज्ञात किया गया है कि, FAM आज 10 लाख से अधिक सदस्यों वाले 750 छोटे-मोटे संघों की मातृ संस्था है, और अनेक लघु उद्यमी भी संस्था से जुड़े हैं, जो संस्था की विश्वसनीयता दर्शाता है।

    भारत अनादि काल से एक महान व्यापारी राष्ट्र रहा है। भारत के समुद्र से अनेक देशों से व्यापार संबंध थे।

    विश्व के विभिन्न देशों में भारतीय वस्तुओं की अत्यधिक माँग थी।

    भारत की समृद्धि भारत की कृषि, व्यापार, समुद्री व्यापार और विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार का संयुक्त परिणाम थी। इसने देश को समृद्ध बनाया।

    और इस समृद्धि ने मुगलों और अन्य विदेशी शक्तियों जैसे पुर्तगाली, डच, फ्रांसीसी और अंग्रेजों को भारत के तट पर आकर्षित किया। इस विदेशी शासनकाल में हमने व्यापार में अपनी महारथ खो दी। भारत आज फिर से विश्व पटल पर आ चुका है।

    आप सबकी भागीदारी और प्रयास से भारत एक बार फिर अपना खोया हुआ गौरव हासिल करेगा और 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य हासिल करेगा।

    प्रिय मित्रों

    व्यापारियों को, वैश्विक परिवर्तनों के बारे में लगातार सजग और जागरूक रहना होगा। युक्रेन – रशिया युद्ध रुकने का नाम नही ले रहा है। श्रीलंका और पाकिस्तान की अर्थ व्यवस्था लड़खड़ाई है।

    कई बार ऐसे परिवर्तन व्यापारियों के जीवन और आजीविका को प्रभावित करते हैं।

    नये बिझनेस मॉडेल भी व्यापार पर प्रतिकूल प्रभाव कर सकते है। उदाहरण के तौर पर, डिपार्टमेंटल स्टोर, सुपर स्टोअर, मॉल और ई-कॉमर्स के आने से अनेक छोटे व्यापारियों के व्यापार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा।

    हमें चुनौतियों के प्रति जागरूक होना होगा और साथ ही परिवर्तनों को अपनाने के लिए तैयार रहना होगा।

    केंद्र और राज्य दोनों सरकारें ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ में सुधार के लिए प्रतिबद्ध हैं।

    इस दिशा में सरकार ने कई पुराने कानूनों को हटा दिया है।

    हालांकि, कानूनों से अधिक, कानूनों को लागू करने वाले अधिकारियों की मानसिकता को बदलने की सख्त जरूरत है।

    व्यापारियों का बहुत अधिक संबंध लोकल बॉडीज से आता है। हमें ‘इज ऑफ डूइंग बिजनेस’ लोकल बॉडीज में लाना होगा।

    जब जब मैं व्यापारियों द्वारा नियम या कुछ कारणों से हरासमेंट की कहानियां सुनता हूं तो मुझे दुख होता है। इधर हम युवाओं को बताते आप व्यापार करो, नौकरी के पीछे मत भागो, और उधर व्यापारी लोगों को काम में अड़ंगे डालते है। कई बार स्थानिय इकाई में बनाये नियमों से व्यापारियों को कठिनाई होती हैं।

    मुझे लगता है कि ‘फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन्स ऑफ महाराष्ट्र’ को समस्या क्षेत्रों की पहचान करने में पेशेवर मदद लेनी चाहिए और उन समस्याओं को दूर करने के लिए सिफारिशें करनी चाहिए।

    व्यापारियों की समस्याओं को उजागर करने के लिए आपको सार्वजनिक मंच का उपयोग करना चाहिए।

    मेरा आग्रह होगा कि, FAM महिलाओं के व्यापार में शामिल होने के लिए एक सक्षम माहौल तैयार करे।

    मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि महिलाएं आपके व्यापार का चेहरा बदल देंगी।

    आज महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रणी हैं। आज महिला आईएएस अधिकारी, महिला आईपीएस अधिकारी, महिला अंतरिक्ष यात्री और यहां तक कि महिला पायलट भी हैं। कल ही आईएएस परीक्षा के परिणाम आये। पहले दस टॉपर में से ६ महिलाएं है।

    समय आ गया है कि अधिक महिलाओं को FAM निकाय पर लाया जाए और अधिक महिलाओं को व्यापारी बनने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

    मैं FAM से अनुरोध करुंगा कि वह सदस्यों को सर्वोत्तम सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य सुरक्षा और बीमा कवर प्रदान करे। सभी सदस्य हमारे समाज के लिए अनमोल हैं और उनके कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

    राज्य के राज्यपाल के रूप में, मैं आप सभी को आपके अच्छे कार्यों में अपना सर्वश्रेष्ठ समर्थन देने का आश्वासन देता हूं और मैं आपको बता सकता हूं कि राजभवन के द्वार आपके लिए हमेशा खुले रहेंगे।

    मैं FAM को उसके स्थापना दिवस पर बधाई देता हूं और इस अवसर पर इकट्ठे हुए सभी व्यापारियों और FAM के सदस्यों को अपनी हार्दिक बधाई देता हूं।

    जय हिन्द। जय महाराष्ट्र। जय FAM।