25.03.2023 : एसएमई चेंबर के ३० वे स्थापना दिवस के अवसर पर ‘इंडिया एसएमई लीडरशिप समिट’ तथा ‘इंडिया एसएमई एक्सलंस अवार्ड्स’ : आयोजक एसएमई चेंबर ऑफ इंडिया एवं महाराष्ट्र इंडस्ट्री डेवलपमेंट एसोसिएशन, स्थान: होटल सोफिटेल, मुंबई
एसएमई चेंबर के ३० वे स्थापना दिवस के अवसर पर ‘इंडिया एसएमई लीडरशिप समिट’ तथा ‘इंडिया एसएमई एक्सलंस अवार्ड्स’ : आयोजक एसएमई चेंबर ऑफ इंडिया एवं महाराष्ट्र इंडस्ट्री डेवलपमेंट एसोसिएशन, स्थान: होटल सोफिटेल, मुंबई
सम्मानित श्री. नारायण राणे, केंद्रीय सूक्ष्म और लघु उद्योग मंत्री
श्री. चंद्रकांत सालुंखे, अध्यक्ष, एसएमई चैंबर ऑफ इंडिया और महाराष्ट्र इंडस्ट्री डेव्हलपमेंट असोसिएशन,
श्री अनूप सहाय, हेड, कॉर्पोरेट स्ट्रॅटेजी, लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड,
यहा पर उपस्थित सभी महानुभाव,
पुरस्कार विजेता और उद्यमी मित्र..
‘एसएमई चैंबर ऑफ इंडिया’ द्वारा आयोजित चेंबर का “तीसवां स्थापना दिवस समारोह”, “इंडिया एसएमई लीडरशिप समिट” और २२ वें ‘एसएमई एक्सीलेंस पुरस्कार समारोह में आप सब के मध्य में उपस्थित होकर बहुत आनंद हुआ।
‘एसएमई चैंबर ऑफ इंडिया’ छोटे और मध्यम उद्यमियों को एक मंच प्रदान करने वाला भारत का अग्रणी संगठन बनकर उभरा है।
मैं चैंबर के संस्थापक और अध्यक्ष श्री चंद्रकांत सालुंखे जी के प्रयासों की सराहना करता हूं और उनका अभिनंदन करता हूं।
‘एसएमई एक्सीलेंस पुरस्कार विजेताओं का मै विशेष रूप से हार्दिक अभिनंदन करता हूं।
महाराष्ट्र राज्य देश के औद्योगिक विकास का इंजन जाना जाता है। हमारे राज्य की प्रगतिशील और मैत्रीपूर्ण औद्योगिक नीतियों ने निवेश को प्रोत्साहित किया है और एसएमई क्षेत्र के विकास के अवसर प्रदान किए हैं।
राज्य सरकार हमारे उद्यमियों के लिए एक सहायक वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और सरकारने नवाचार, अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं।
हमारा उद्देश्य एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है जो व्यवसायों के विकास के लिए अनुकूल हो और महाराष्ट्र को निवेश के लिए सबसे पसंदीदा राज्य बना सके।
हमारे एमएसएमई हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ रहे हैं, और आत्मनिर्भर भारत के चालक रहे हैं।
देशों के आर्थिक विकास में एमएसएमई के योगदान को दुनिया भर में मान्यता प्राप्त है।
भारत में, ये उद्यम विनिर्माण उत्पादन का लगभग 45 प्रतिशत, औद्योगिक इकाइयों की संख्या का 95 प्रतिशत और निर्यात का 40 प्रतिशत हिस्सा हैं।
इसके अलावा, यह क्षेत्र लगभग 60 मिलियन से ज्यादा लोगों को रोजगार प्रदान करता है, जो इसे कृषि क्षेत्र के बाद रोजगार का सबसे बड़ा स्रोत बनाता है।
समाज के कमजोर वर्ग, और दूर-दराज वाले क्षेत्रों से अनेक लोग, तथा बड़ी संख्या में महिला कर्मचारी एमएसएमई में कार्य कर रहे हैं।
यह इस क्षेत्र को समावेशी विकास के राष्ट्रीय प्रयास में एक महत्वपूर्ण भूमिका प्रदान करता है।
एमएसएमई का एक अन्य पहलू यह है कि उनमें से 54 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित हैं। इसलिए, इस क्षेत्र में स्थानीय कच्चे माल, स्थानीय कौशल का उपयोग करके और जहां वे रहते हैं, लोगों को रोजगार प्रदान करके ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधि उत्पन्न करने की क्षमता है।
हमारे देश में ग्रामीण समृद्धि लाने के संबंध में एमएसएमई बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
इस क्षेत्र के सतत और मजबूत विकास के लिए प्रौद्योगिकी, विपणन, ऋण और कौशल विकास प्रमुख क्षेत्र होने चाहिए।
महाराष्ट्र में एसएमई के विकास को चलाने वाले प्रमुख कारकों में से एक प्रौद्योगिकी आविष्कार और नवाचार पर जोर देना है।
हमारे एसएमई को तकनीकी प्रगति को अपनाना चाहिए और आज की वैश्विक अर्थव्यवस्था में प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए अभिनव दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।
अनुसंधान और विकास (आर एंड डी) नवाचार को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण हैं, और महाराष्ट्र सरकार ने एसएमई क्षेत्र में आर एंड डी को बढ़ावा देने के लिए कई उपाय किए हैं।
मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) ने भारत में एसएमई क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हमारे एसएमई हमारे देश के निर्यात, जीडीपी और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
एमएसएमई मंत्रालय हमारे एसएमई के लिए एक सक्षम वातावरण बनाने में सहायक रहा है, जिसके परिणामस्वरूप इस क्षेत्र की जबरदस्त वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री श्री. नरेंन्द्र मोदीजी के नेतृत्व में भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल ने हमारे एसएमई को अधिक आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित किया है और उन्हें आयात पर अपनी निर्भरता को कम करने में मदद की है।
इस पहल से हमारे एसएमई क्षेत्र से निर्यात में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिससे हमारे देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदद मिली है।
यह वास्तव है कि एसएमई को कई बाधाओं का सामना करना पड़ता है, जिसमें वित्त तक पहुंच, प्रौद्योगिकी तक पहुंच और बाजारों तक पहुंच शामिल है। हम इन चुनौतियों का सामना करने और राज्य में एसएमई क्षेत्र के विकास को सपोर्ट करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
एक बार फिर एसएमई एक्सीलेंस अवार्ड्स के सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई देता हूं और सभी एमएसएमई उद्यमियों को उनके भविष्य के प्रयासों में सफलता के लिए शुभकामनाएं देता हूं।
एसएमई क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने में एसएमई चैंबर ऑफ इंडिया द्वारा किये जा राहे प्रयास के लिये मै चेंबर को बधाई देता हुं।
धन्यवाद
जय हिंद। जय महाराष्ट्र !