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    21.10.2023 : नॅशनल असोसिएशन फॉर द ब्लाइंड द्वारा दृष्टिबाधित महिलाओं के लिए स्व-रोजगार किट वितरण समारोह का आयोजन

    Publish Date: October 21, 2023

    नॅशनल असोसिएशन फॉर द ब्लाइंड द्वारा दृष्टिबाधित महिलाओं के लिए स्व-रोजगार किट वितरण समारोह का आयोजन। वरली सी फेस, मुंबई। 21 अक्टूबर 2023

    श्री हेमन्त टकले, अध्यक्ष, नॅशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड

    डॉ. विमल कुमार डेंगला, कार्यवाहक मानद महासचिव ‘नैब’ इंडिया

    श्रीमती पल्लवी कदम, कार्यकारी निदेशक, ‘नैब’ इंडिया

    एसोसिएशन के पदाधिकारी

    बहनों और भाइयों

    पूरे देश में नवरात्रि और दुर्गा पूजा का उत्सव मनाया जा रहा हैं।

    हम भाग्यशाली है कि आज हम एक साथ, सामने बैठी आप सभी मातृशक्ति से मिल रहे है।

    दृष्टिबाधित महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से ‘स्व-रोजगार किट’ वितरित करने के लिए मैं नॅशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड को हार्दिक बधाई देता हूं।

    मुझे विश्वास है कि सभी लाभार्थी दिव्यांग भगिनीयों का भविष्य बेहतर होगा और वे अन्य महिलाओं को भी स्वरोजगार के लिए प्रेरित करेंगे।

    नॅशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड, इंडिया पिछले ७१ वर्षो से दृष्टि बाधितों के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करने वाली देश की सबसे अग्रणी संस्था है।

    संस्था का कार्य 23 राज्य शाखाओं और 84 जिला शाखाओं द्वारा चलाया जाता है। हर वर्ष ‘नैब’ द्वारा दस हजार लोग लाभान्वित होते है, जो सचमुच प्रशंसनीय बात है।

    इसके अलावा संस्था द्वारा व्यावसायिक प्रशिक्षण, पुनर्वास प्रशिक्षण, कंप्यूटर प्रशिक्षण, परफ्यूमरी प्रशिक्षण एवं अन्य विभिन्न प्रशिक्षणो के साथ-साथ साइंस प्रयोगशाला भी संचालित की जा रही हैं, जो बहुत सराहानीय है।

    आज ऑडियो पुस्तकों की, न केवल दृष्टिबाधित व्यक्तियों के बीच, बल्कि सामान्य दृष्टि वाले व्यक्तियों के बीच भी बहुत मांग है। लोग पढने से अधिक सुनना पसंद करते है।

    मुझे खुशी है कि नैब की अपनी एक अच्छी ऑडियो बुक्स लाइब्रेरी है। इसे अपडेट रखने का निरंतर प्रयास होना चाहिये।

    मुझे ज्ञात किया गया है कि नैब के पास भारत की सर्वोत्कृष्ट ब्रेल प्रेस है, जिसमें एक करोड़ से अधिक पृष्ठ प्रतिवर्ष छपाए जा सकते हैं।

    केवल दो दिन पहले, हमने ‘रोटरी क्लब’ की पहल पर कक्षा 10 वी के छात्रों के लिए तैयार की गई दो पाठ्य पुस्तकों का राजभवन में विमोचन किया।

    यह किताबे दृष्टिबाधितों के स्कूलों में मुफ्त में वितरित की जाने वाली है। हमें उच्च कक्षाओं के लिए भी ऐसी पुस्तकें बनाने की आवश्यकता है।

    देवियो और सज्जनों,

    दुनिया में भारी बदलाव देखने को मिल रहा है। कुछ देशों में युद्ध के बादल मंडरा रहे है। इससे विश्व की अर्थ व्यवस्था पर भी प्रभाव पडने वाला है। आयटी सहित अनेक क्षेत्रो में नौकरीया असुरक्षित है।

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग जैसी तकनीकी प्रगति से एक ओर नई नौकरीया निर्माण हो रही है, तो दुसरी ओर कुछ जॉब्स निरर्थक हो रहे है।

    इसलिये, यह आवश्यक है कि प्रत्येक दिव्यांग महिला और दिव्यांग व्यक्ति, एक से अधिक व्यावसायिक कौशल में प्रशिक्षित हो। हमें पारंपारिक कौशल को भी बचाना होगा। अपनी आजीविका कमाने के लिए कौशल को लगातार उन्नत करने की आवश्यकता है।

    जैसा कि मैंने पहले बताया है, मैं उस संसदीय समिति का अध्यक्ष था जिसने दिव्यांग व्यक्तियों के लिए विधेयक तैयार किया था।

    इस हैसियत से मैंने देश भर में दिव्यांग व्यक्तियों के विभिन्न संगठनों का दौरा किया। मैंने ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को न्याय दिलाने का भी प्रयास किया।

    मैंने मानद सचिव से नैब की कुछ इमारतों के पुनर्निर्माण और पुनर्विकास की आवश्यकता के बारे में सुना। एनएबी भाग्यशाली है कि उसका मुंबई में अपना परिसर है। मुझे यकीन है कि पुनर्विकास के माध्यम से, यह अपने स्वयं के संसाधन तैयार करेगा और यहां तक कि एक बड़ा कॉर्पस फंड भी बनाएगा।

    मैं आपकी समस्याओं को संबंधित मंत्रियों के सामने उठाऊंगा और आपको आपके काम में अपना पूरा समर्थन देने का आश्वासन देता हूं।

    एक बार फिर स्व-रोजगार किट प्राप्त करने वाले सभी दिव्यांग महिलाओं को बधाई देता हूं और आप सभी को आपके प्रयासों में सफलता की कामना करता हूं।

    धन्यवाद।