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    14.04.2023 : अग्नि सेवा सप्ताह और अग्निशमन सेवा दिवस का उद्घाटन, अग्निशमन सेवा राष्ट्रपति पदक अलंकरण समारोह तथा महाराष्ट्र अग्निशमन कार्मिक कल्याण संघ के लिए फंड रेजिंग ड्राइव्ह का शुभारंभ, राजभवन, मुंबई

    Publish Date: April 14, 2023

    अग्नि सेवा सप्ताह और अग्निशमन सेवा दिवस का उद्घाटन, अग्निशमन सेवा राष्ट्रपति पदक अलंकरण समारोह तथा महाराष्ट्र अग्निशमन कार्मिक कल्याण संघ के लिए फंड रेजिंग ड्राइव्ह का शुभारंभ, राजभवन, मुंबई

    श्री संतोष वारिक, निदेशक, महाराष्ट्र अग्निशमन सेवा निदेशालय

    श्री संजय मांजरेकर, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, मुंबई फायर ब्रिगेड

    महाराष्ट्र अग्निशमन सेवा के सभी वरिष्ठ अधिकारी

    मुंबई अग्निशमन सेवा और विभिन्न अग्निशमन सेवा संगठनों के अग्निशमन अधिकारी

    राष्ट्रपति अग्निशमन सेवा पदक के सभी प्राप्तकर्ता

    अतिथिगण,

    आज से शुरू हो रहे अग्निशमन सेवा सप्ताह के साथ स्वयं को जोड़कर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है।

    अपने कर्तव्य के निर्वहन में जान गंवाने वाले बहादुर अग्निशमन अधिकारियों और दमकल कर्मियों को मैं आज इस दिन श्रद्धांजलि अर्पण करता हूं।

    आज भारत रत्न डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जयंती है। इस अवसर पर उन्हे भी श्रद्धा सुमन अर्पण करता हुं।

    अग्निशमन सेवा कर्मियों के प्रति मेरे मन में हमेशा बहुत सम्मान रहा है। और इसलिये आप सबसे रूबरू मिलकर बहुत ख़ुशी हुई।

    आज महाराष्ट्र के अग्निशमन अधिकारियों को ‘राष्ट्रपति अग्निशमन सेवा पदक’ प्रदान करके मै अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। इस अवसर पर आप सभी को हार्दिक बधाई देता हूं।

    मुझे खुशी है कि आज से ‘फायर सर्विसेस पर्सनेल वेलफेयर फंड रेजिंग अभियान’ शुरू किया जा रहा है।

    जैसा कि हम सभी जानते हैं कि 14 अप्रैल 1944 को मुंबई विक्टोरिया डॉक में खडे एक जहाज में भयंकर विस्फोट हुए थे जिसमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई थी और जिसमे मुंबई फायर ब्रिगेड, मुंबई पोर्ट ट्रस्ट और नेवल डॉकयार्ड और अन्य फायर सर्विस संगठनों के 66 वीर अग्निशमन अधिकारी और फायरमैन की भी मृत्यु हुई थी।

    यह उचित ही है कि उस दिन के उपलक्ष में अग्नि सुरक्षा के बारे में समाज के विभिन्न वर्गों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए अग्निशमन सेवा दिवस और अग्निशमन सेवा सप्ताह मनाया जाता है।

    मेरे संज्ञान में लाया गया है कि इस सप्ताह में स्मृति दिवस परेड का आयोजन किया जाता है और इस दिन शहीदों के स्तंभ पर पुष्पचक्र चढ़ाया जाता है।

    मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई कि छात्र – छात्राओं को भी अग्नि सेवा सप्ताह में सम्मिलित किया जाता है और उनके लिये निबंध और चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता हैं।

    प्रिय अधिकारियों,

    ‘अग्नि’ यह प्राकृतिक तत्व मानव अस्तित्व का एक अभिन्न अंग है।

    जैसे जल के बिना जीवन नहीं हो सकता, वैसे ही अग्नि के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती।

    अग्नि की सहायता के बिना भोजन नहीं हो सकता। अग्नि हमारे भीतर है और अग्नि हमारी अंतिम सांस तक है।

    इसीलिए पारसी समुदाय की तरह हमें अग्नी तत्व का सम्मान करना चाहिये।

    यह महत्वपूर्ण है कि हममें से प्रत्येक को बचपन से ही ‘अग्नि चेतना’ ‘फायर कांशसनेस’ सिखाई जाए।

    वर्ष 1887 में मुंबई फायर ब्रिगेड की स्थापना की गई थी। उस वर्ष की आबादी लगभग 10 – 12 लाख थी।

    आज मुंबई की आबादी लगभग 15 गुना बढ़ गई है। अकेले मुंबई की आबादी दुनिया के कई देशों की आबादी से ज्यादा है।

    इसलिए हमें किसी भी आग की स्थिति से निपटने के लिए एक मजबूत और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के फायर फोर्स की जरूरत है।

    कई अन्य शहरों के विपरीत, मुंबई शहर व्हर्टिकल दिशा मे बढ़ रहा है। हमें पानी के ऐसे फायर टेंडर चाहिए जो ऊंची इमारतों की सबसे ऊपरी मंजिलों तक भी पहुंच सकें।

    भारत का उद्यम जगत सबसे तेजी बढ़ रहा है। कई बार हम औद्योगिक आग देखते हैं जो बड़े पैमाने पर और भयंकर होती हैं।

    राज्य अग्निशमन बल को सभी प्रकार की आग से निपटने के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित, पर्याप्त संख्या में दमकल कर्मचारियों से लैस और अच्छी तरह से प्रशिक्षित फायर फोर्स की जरूरत है।

    मुंबई जैसे शहर के लिए, अग्नि जागरूकता पैदा करने में हाउसिंग सोसाइटीज को शामिल करना चाहिए। महाराष्ट्र की फायर ब्रिगेड की एक ‘पब्लिक आउटरीच टीम’ होनी चाहिए।

    यह टीम को स्कूलों और कॉलेजों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों का दौरा करना चाहिए। इसे छात्रों, शिक्षकों के साथ बातचीत करनी चाहिए और अग्नि तैयारी पर लघु फिल्म दिखानी चाहिए।

    सभी सोसाइटियों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों के लिए नियमित अंतराल पर फायर ऑडिट करना अनिवार्य होना चाहिए।

    समाज के सदस्यों को आग बुझाने के यंत्रों के उपयोग में प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।

    मुझे खुशी है कि इस वर्ष के ‘अग्नि सुरक्षा सप्ताह’ का विषय ‘राष्ट्रीय अवसंरचना के विकास के लिए अग्नि सुरक्षा में जागरूकता (AGNI)’ है।

    समाज के विकास और उसकी प्रगति में फायर ब्रिगेड की भूमिका बहुत अधिक है। अग्नि और अन्य आपात स्थितियों के दौरान बचाव के लिए राज्य और राष्ट्र के लोग आपके प्रति सदा आभारी हैं।

    मैं महाराष्ट्र के सभी नागरिकों को अग्निशमन सेवा कार्मिक कल्याण कोष में अधिक से अधिक योगदान देने की अपील करता हूं। जिससे अग्निशमन सेवा में कार्यरत जवान और उनके परिजनों का कल्याण हो सके।

    फिर एक बार राष्ट्रपति अग्निशमन सेवा पदक प्राप्त अधिकारीयों को बधाई देता हूं और आप सभी को अग्निशमन सेवा सप्ताह के सफल आयोजन के लिये शुभ कामना देता हूं।

    धन्यवाद ।
    जय हिन्द। जय महाराष्ट्र।।