13.09.2023 : ‘आयुष्मान भव’ योजना का उद्घाटन तथा राज्य स्तरीय कार्यक्रमों का शुभारंभ
‘आयुष्मान भव’ योजना का उद्घाटन तथा राज्य स्तरीय कार्यक्रमों का शुभारंभ। सह्याद्री स्टेट गेस्ट हाउस, मलबार हिल, मुंबई। 13 सितंबर 2023। सुबह 11 बजे
श्री एकनाथ शिंदे, माननीय मुख्यमंत्री
डॉ. तानाजी सावंत, सार्वजनिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री
श्री मिलिंद म्हैसकर, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग
श्री नवीन सोना, सचिव
डॉ. धीरज कुमार, आयुक्त स्वास्थ्य एवं अभियान निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन
निक्षय मित्र
आमंत्रित देवियों और सज्जनों
भारत के माननीय राष्ट्रपति द्वारा ‘आयुष्मान भवः’ अभियान के शुभारंभ के कार्यक्रम में उपस्थित होकर अत्यंत हर्ष का अनुभव हो रहा है।
यह उचित ही है कि हम महाराष्ट्र में ‘सेवा पखवाड़ा महाअभियान’ लागू कर रहे हैं और स्वास्थ्य संबंध में विभिन्न पहल शुरू कर रहे हैं।
‘आयुष्मान भव’ अभियान का उद्देश्य ग्रामीण स्तर तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल और सुविधाएं प्रदान करना और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता पैदा करना है। एक भी जरुरत मंद व्यक्ति स्वास्थ्य लाभ से वंचित ना रहे इस उद्देश्य से अभियान का प्रारंभ किया है।
मुझे खुशी है कि ‘आयुष्मान आपके द्वार 3.0’, ‘आयुष्मान मेला’, ‘आयुष्मान सभा’, ‘रक्तदान अभियान’ और ‘अंगदान अभियान’ जैसी पहल आज शुरू की जा रही हैं।
टीबी के उन्मूलन में भारत के प्रदर्शन को विश्व स्तर पर सराहा गया है।
टीबी मरीजों को अच्छी पौष्टिक खुराक मिले और भारत २०२५ के पहले ही टीबी मुक्त हो, इस उद्देश्य से शुरु की गई ‘निक्षय मित्र’ योजना का महाराष्ट्र में प्रदर्शन बेहद सराहनीय रहा है। इसके लिये आप सभी अभिनंदन के पात्र है। हमें प्रदेश में निक्षय मित्रों की संख्या बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए।
हमें रक्तदान और अंगदान अभियान कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में नये उत्साह के साथ लागू करने की आवश्यकता है।
विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति के रूप में, मैं इस विषय को कुलपतियों के बैठक में समक्ष उठाऊंगा। ‘अंगदान’ (ऑर्गन डोनेशन) और रक्तदान को बढ़ावा देने वाले विश्वविद्यालयों के साथ, हम बहुत बड़े लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।
कई बार बडे – बुजुर्ग लोगों को मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने में कठीनाई आती है। यह अच्छा होगा, यदि हमारे अधिकारी ऐसे लोगों को ‘आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ के तहत ‘आयुष्मान कार्ड’ बनाने में मदद करें, ताकि हम यह सुनिश्चित कर सकें कि अधिकतम लाभार्थी सरकारी स्वास्थ्य देखभाल योजनाओं का लाभ उठा सकें।
आज इस मंच से उभारती चिंता का एक विषय साझा करना चाहूंगा।
महाराष्ट्र में बुजुर्गों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। अनुमान है कि 125 मिलियन की अनुमानित आबादी वाले महाराष्ट्र में बुजुर्गों की आबादी 11.7% है, जो राष्ट्रीय औसत 10% से अधिक है। इसके और बढ़ने का अनुमान है, 2031 तक 15% हिस्सेदारी तक पहुंचने का।
कई बुज़ुर्गों के पास किसी पर निर्भर रहने वाला कोई नहीं होता।
हमें सभी सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में वृद्धावस्था इकाइयां ‘जेरीएट्रीक वार्ड’ खोलने चाहिए। अब समय आ गया है कि विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों के लिए एम्बुलेंस सेवा भी शुरू की जाए।
मैं चाहता हूं कि महाराष्ट्र आयुष्मान भवः अभियान के कार्यान्वयन और विभिन्न स्वास्थ्य पहलों के कार्यान्वयन में नंबर 1 राज्य बने।
मैं महाराष्ट्र सरकार को बधाई देता हूं और आप सभी के भविष्य के प्रयासों में सफलता की कामना करता हूं।
जय हिंद। जय महाराष्ट्र।।